खबर लहरिया चित्रकूट बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे का निरिक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे का निरिक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी, गांव भरत के रैली कन्या कल्याणपुर में 17 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चित्रकूट आए थे. उनके आने के २ उद्देश्य थे.पहला क्योकि प्रधानमन्त्री 29 फरवरी को चित्रकूट आने वाले है तो एक औचित्य निरिक्षण के लिए. दूसरी चित्रकूट में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे सड़क का निर्माण और बस अड्डे का निरीक्षण भी करना था लेकिन लोग काफी मायूस हुए.

बुंदेलखंड एक्सप्रेस -वे के लिए भूमि का अधिग्रहण हुआ लेकिन मुआवजा नहीं मिला  के बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे  छह जिलों से होकर गुजरेगा। बुधवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में एक्सप्रेस-वे का अलाइनमेंट तय कर दिया गया। एक्सप्रेस-वे चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया होते हुए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा। इसके अलावा बैठक में डिफेंस कॉरिडोर के लिए भी जमीन चिह्नित किए जाने पर चर्चा हुई। इसके अलावा 20 अप्रैल तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए 95% जमीन अधिग्रहीत कर ली जाएगी। अभी तक यूपीडा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए 91.81 प्रतिशत जमीन खरीद चुका है।उत्तर प्रदेश सरकार के आम बजट मे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के लिए सरकार ने 10अरब रुपये प्रस्तावित किए हैं| प्रदेश सरकार के इस काम कि शुरुआत भी हो चुकी है| इस बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को बांदा,चित्रकूट,महोबा सहित और भी जिलो से जोडने के लिए 182 गांव के 1055 किसानों कि जमीन खरीदी जानी थी|वन्दे भारत एक्सप्रेस की निंदा कर रहे लोगों को दिया जाना चाहिए दंड – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

कारण लोगो को उम्मीद थी के मुख्यमंत्री जनता को सम्बोधित करेंगे लेकिन लोग उनकी एक झलक तक नहीं देख पाए. अगर जनता की माने तो लोग इस सड़क और बस अड्डे से ज्यादा रोजगार और बुन्देखण्ड के विकास के लिए कोई फैक्ट्री की मांग कर रहे थे. क्योकि बुंदेलखंड पिछड़ा इलाका होने के साथ ही खनन और माइनिंग के लिए भी प्रसिद्ध है. लोगों ने यह भी कहा के सरकार सिर्फ जनता से लेना जानती है कुछ देना नहीं। अभी जमीन ली और पूरा मुआवजा तक नहीं दिया साथ ही अगर सड़क बनती भी है तो इससे बड़े कारोबारियों को फायदा होगा न की हम जैसे आम आदमी को. लोग मुलभुत सुविधाओं के लिए भी परेशान है. उन्हें शोचालय पक्के घर और सबसे जरुरी रोजगार जो की अब मजदूरों की जगह मशीनों ने ले ली है। जनता की मांग है कि यहां की मशीन पर रोक लगाई जाए और मजदूरों को काम दे.या बुंदेलखंड में फैक्ट्री बनवा दी जाए फैक्ट्री में हम लोग यहां पर काम करेंगे और हमें पलायन ना जाना पड़े