एमपी विधानसभा चुनाव 2023: छतरपुर जिले के अंतर्गत आने वाले पाटन गांव में स्वास्थ्य सुविधा न होने के कारण गांव के लोग परेशान रहते हैं। अभी हाल ही में 21 सितंबर को डिलीवरी का समय आने पर एक महिला के पेट के दर्द शुरू हो गया। महिला को अस्पताल तक ले जाने के लिए उसके परिवार ने कई बार एम्बुलेंस को फोन लगाया। यहां तक की कॉल डिटेल एक घंटे तक चली दिखाई दे रही है। इसके बाद भी एम्बुलेंस नहीं आई और उस महिला ने घर में ही बच्ची को जन्म दिया।
ये भी देखें – छतरपुर: भुखमरी से जूझ रहा परिवार, कहाँ है सरकार? | MP Elections 2023
गांव के लोगों का कहना है कि उनके गांव से चंद नगर की दूरी लगभग 12 किलोमीटर है और बमीठा की 15 किलोमीटर है। गांव के आस-पास इन दोनों जगहों के अलावा कहीं अस्पताल नहीं है। वह दलित लोग हैं, आर्थिक तंगी के कारण वैसे भी परेशान रहते हैं। एक तो समय पर बुलाने से एंबुलेंस नहीं आती। दूसरी बात अस्पताल जाते हैं, तो वहां भी उनकी नहीं सुनी जाती। उनका शोषण किया जाता है। उनसे पैसे मांगे जाते हैं तब जाकर अस्पताल में इलाज किया जाता है। पैसे ना देने पर बहाना बनाकर कहीं पन्ना तो कहीं छतरपुर रेफर कर दिया जाता है जिससे वह काफी परेशान होते है।
ये भी देखें – MP Election 2023: छतरपुर से चंदा किन्नर चुनावी मैदान में उतरने को तैयार
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’