खबर लहरिया क्राइम छतरपुर: सौतेले पिता पर बेटी को जान से मारकर, कुएं में फेंकने का आरोप। जासूस या जर्नलिस्ट

छतरपुर: सौतेले पिता पर बेटी को जान से मारकर, कुएं में फेंकने का आरोप। जासूस या जर्नलिस्ट

मध्य प्रदेश जिले के चंद्रा गांव की रहने वाली कमलेश कुमारी ने आरोप लगाते हुए बताया कि उसके पति ने उसकी बेटी को मार के कुएं में ढकेल दिया जिससे उसकी मौत हो गई। पीड़ित महिला कई दिनों तक पुलिस थाने के चक्कर काटती रही लेकिन अबतक महिला को न्याय नहीं मिल पाया है।

कमलेश कुमारी के पति के देहांत हो जाने के बाद उसके ससुराल वालों ने उसकी शादी उसके देवर से करवा दी थी। कमलेश का आरोप है है उसके ससुराल वाले और उसका पति कमलेश और उसकी दोनों बच्चियों के साथ आए दिन मारपीट करते थे। हद तो तब हो गई जब एक दिन कमलेश के पति ने उसकी छोटी बेटी को कुँए में ढकेल दिया और तब तक किसी को उसे कुँए से निकालने नहीं दिया जबतक बच्ची की मृत्यु नहीं हो गई।

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कुछ समय बाद मौके पर पुलिस ने पहुँच कर शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

बता दें कि कुछ दिन पहले पुलिस ने उसके पति के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन कमलेश का कहना है कि आरोपी की भाभी भी उसके साथ इस में शामिल थी, पुलिस को उसे भी गिरफ्तार करना चाहिए और दोनों आरोपियों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिले।

इस मामले में एडिशनल एस पी विक्रम सिंह ने बताया है कि मामले की जांच पड़ताल करके अपराधी को धारा 302 की आईपीएस 307 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है और अभी जांच पड़ताल कराई जा रही है कि इस अपराध में और कौन-कौन शामिल है। जांच के बाद सिर्फ यही दोषी पाया गया था इसीलिए इसको ही अभी गिरफ्तार कर लिया गया है।

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इस मामले के बाद सवाल यह उठता है कि महिलाओं के साथ शारीरिक और यौन शोषण के मामलों में कार्यवाही में पहले तो देरी होती है, और जब आरोपी ने खुद ही अपना गुनाह क़ुबूल कर लिया है, तो फिर अब क्यूँ जाँच पड़ताल में दे रही? क्यूँ उसे सज़ा मिलने में समय लग रहा?

इसके साथ ही पुरुष आख़िर महिलाओं के साथ बर्बरता करने से कब रुकेंगे? कब उन्हें यह समझ आएगा कि एक महिला की जान इतनी सस्ती नहीं कि वो दम और ताक़त के बल पर उसके साथ कुछ भी कर लें।

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