छतरपुर जिले के चंदला के कस्तूरबा गाँधी छात्रावास में रहने वाले छात्रों का आरोप है कि छात्रावास में खाने-पीने व रहने की अच्छी व्यवस्था नहीं है। छात्रों के अनुसार, खाने में दाल एक दम पतली दी जाती है। कभी-कभी खाने में कुछ ऐसे पदार्थ भी निकल जाते हैं जिसे खाया नहीं जा सकता।
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छात्रों ने यह भी कहा कि जब वह शिकायत करते हैं तो वार्डन द्वारा उन्हें धमकियाँ दी जाती हैं। उनसे कहा जाता है कि अगर उन्होंने शिकायत की तो वह उनका नाम काट देंगे। इस वजह से बच्चे चाह कर भी कुछ नहीं कर पाते। आगे बताया कि वह फट्टों-गड्ढो में सोते हैं। नाश्ते में उन्हें दो रूपये वाला पारले जी बिस्किट दे दिया जाता है। कई छात्र अपने घर से नमक-तेल लेकर आते हैं और उसी से रोटी खाते हैं।
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खबर लहरिया को छात्रावास की वार्डन रुकैया बानो ने बताया कि उनके यहां अच्छा खाना मिलता है। एक बच्चे के लिए उन्हें 50 रूपये मिलते हैं और वह उसी हिसाब से बच्चों को खाना देती हैं।
अली बख्श सीईओ ने कहा कि वह मामले का निरीक्षण कर समिति को बच्चों को अच्छा खाना देने के लिए कहेंगे। समस्या में जल्द सुधार आएगा।
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