जिला छत्तरपुर के गांव महयाबा के रहने वाले लोगों का आरोप है कि गांव के पास के तालाब में रह रहे मगरमच्छ की वजह से गांव वासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि यह मगरमच्छ गांव के बगल में नहर से लगभग 9 साल पहले आया था। जब मगरमच्छ छोटे थे तो उससे कोई परेशानी तो नहीं थी लेकिन गांव वासियों ने इसकी शिकायत वन विभाग में कई बार की लेकिन कोई कायर्वाही नहीं हुई।
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अब मगरमच्छ लगभग 7 फुट का हो चुका है। पिछले कुछ महीनों में मगरमच्छ ने दो-तीन जानवरों को मारकर खा लिया है। ग्रामीणों के अनुसार, यह तालाब उनका एकमात्र स्त्रोत है उन्हें यह पानी इस्तेमाल करने से डर लगा रहता है कि कहीं उन्हें कोई हानी न पहुंचे।
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तालाब के पास एक स्कूल है और बच्चे अक्सर वहाँ जाते रहते हैं। इस वजह से भी गांव वालों में डर बना रहता है कि कहीं किसी बच्चे को मगरमच्छ से नुकसान न पहुंचे। ग्रामीणों का बस इतना कहना है कि इस समस्या को वन विभाग द्वारा गंभीरता से लिया जाए और मगरमच्छ को किसी दूसरी जगह ले जाकर छोड़ दिया जाए।
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