खबर लहरिया क्राइम छतरपुर : घर में घुसकर मारपीट में हुई मौत, 3 महीने बाद भी दहशत में परिवार। जासूस या जर्नलिस्ट

छतरपुर : घर में घुसकर मारपीट में हुई मौत, 3 महीने बाद भी दहशत में परिवार। जासूस या जर्नलिस्ट

छतरपुर जिले के अंतर्गत आने वाले 1 गांव में सितंबर 2022 में एक दलित परिवार के घर में घुसकर मारपीट की गई, जिससे एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई और एक बुजुर्ग घायल हो गया। जिसका इलाज अभी भी चल रहा है फिलहाल पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है लेकिन पीड़ित परिवार अभी भी डरा सहमा है और विपक्षियों द्वारा उनके ऊपर बराबर समझौते का दबाव बनाया जा रहा है।

2 साल पहले आरोपी द्वारा पीड़ित परिवार के घर की लड़की के साथ छेड़छाड़ की गई थी। जिसके चलते पीड़ित परिवार ने आरोपी के घर में उलाहना दिया था, वही रंजिश आरोपी माने बैठा रहा और 2 साल बाद सुना मौका पा कर उसने रात को 1:00 घर में घुसकर मारपीट की जिससे एक बुजुर्ग महिला की जान चली गई और दूसरा बुजुर्ग पुरुष घायल है जिसकी दो उंगलियां भी कट गई है। बताया जा रहा है कि आरोपी कुल्हाड़ी और लाठी-डंडे के साथ आए हुए थे पीड़ित परिवार ने 2 लोगों को देखा है। लेकिन गांव के लोग कहते हैं कि ज्यादा लोग रहे होंगे। अब पीड़ित परिवार कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहा है।

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पीड़ित परिवार गांव में रोजगार न मिलने के कारण परिवार सहित दिल्ली में रहकर मजदूरी करता था, गांव में उनके बुजुर्ग मां-बाप रहते थे और उन्हीं के साथ बच्चे रहते थे और गांव में हु पढ़ाई करते थे 2 साल पहले जब एक दिन लड़की कोचिंग से घर वापस आ रही थी तब गांव के कुशवाहा परिवार के एक व्यक्ति ने उसके साथ छेड़छाड़ की लड़की ने यह बात आकर अपने बुजुर्ग दादी और बाबा से बताई। जिसको लेकर उन्होंने आरोपी के घर उलाहना दिया क्योंकि गांवदारी का मामला था वह गरीब लोग थे इसलिए उन्होंने सोचा कि क्यों आगे बात बढ़ है,लेकिन उन्हें क्या पता था कि ये उलाहना एक दिन उनकी जान ले लेगा। अब आरोपी तो फिलहाल जेल में है लेकिन आरोपी के परिवार द्वारा पीड़ित परिवार पर बराबर समझौते का दबाव बनाया जा रहा है समझौता ना करने पर देख लेने की धमकी दी जा रही है।

छतरपुर एडिशनल एसपी विक्रम सिंह का कहना है कि उस मामले का खुलासा हो गया है दो आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है आगे की कार्यवाही कोर्ट करेगा रही बात मुआवजे की तो इसमें कोई मुआवजा नहीं है और ना ही यह है कि उनको किसी से खतरा है क्योंकि जब आरोपी जेल में है तो खतरा किस बात का।

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