छतरपुर जिले का गांव कदारी। यहाँ के गांव वासियों का कहना है कि हमारे ही गांव के कुछ परिवार हैं जिन लोगों ने सरकारी जमीन जो की पहले रोड थी, जिससे होकर हम अपने खेतों पर जाया करते थे और वही हमारा आस्था भी है पर अब कुछ साल पहले दुबे परिवार द्वारा कब्ज़ा कर उसी रोड पर मकान बना लिया गया है। कुछ जमीन को खेतों में मिला लिया है जिससे हम गांव वासियों को बहुत दिक्कत होती है।
ये भी देखें – बांदा: पति ने की पत्नी की हत्या, आरोपी गिरफ्तार
आगे कहा, जिसकी शिकायत हमने कई बार की है और कई जगह की है पर हमारी कोई सुनवाई नहीं होती। यहाँ के पटवारी भी कभी गांव का दौरा करने नहीं आती की फ़ाइनल हो सके किसकी ज़मीन है किसकी नहीं।
वहीं सरपंच का कहना है कि हम तो रोड बनवाने के लिए तैयार हैं पर उससे पहले पटवारी आए और आकर देखें और बताए के ज़मीन सरकारी है या नहीं। अगर कन्फर्म हो सके तो हम रोड बनवाने के लिए तैयार हैं।
ये भी देखें – पुरैन के पत्ते पर खाना खाने का मज़ा ही कुछ और! गांव की खासियत
पटवारी सोनम का कहना है हमसे पहले भी दो पटवारी उस रोड की जांच कर चुके हैं और वह जगह दुबे लोगों की है। अगर वह चाहे तो उन्हें रास्ता दे दे और ना चाहे तो ना दें, हम इसमें कुछ नही कर सकते।
यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’