छतरपुर: गरीबों और असहाय लोगों को बांटा गया जरूरत का सामान
लॉकडाउन में गरीबों को राशन वितरण के लिए सरकार ने घोषण कि है, लेकिन जो संस्था के लोग हैं वो भी इस गंभीर परिस्थिति में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिए हैं वो भी गरीबों के लिए राशन और जरुरत की चीजें बांटे रहे हैं|
ऐसे ही छतरपुर जिले के स्थानीय हिंद पब्लिक स्कूल प्रांगण में छतरपुर महिला जागृति मंच द्वारा गिव इंडिया .हेलो. एवं एक्शन एंड के सहयोग से कोविड-19 के कारण हुए लॉक डाउन से परेशान वंचित वर्ग के 115 परिवारों को राहत सहायता प्रदान की गई| सहायता किट मैं 10 किलो आटा 10 किलो चावल 1 किलो दाल अरहर 1 किलो दाल मसूर 1 किलो शक्कर 1 किलो नमक 500 ग्राम दूध पाउडर का डिब्बा 5 डिटॉल साबुन एक डिटॉल हैंड बॉस 200ml विद रिफिल 180ml सैनिटाइजर 1 लीटर सरसों तेल 250 ग्राम धनिया पाउडर 250 ग्राम हल्दी पाउडर 250 ग्राम मिर्च पाउडर इस तरह से 16 तरह की सामग्री प्रदान की गई यह सामग्री वार्ड नंबर 14 और 15 बीड़ी कॉलोनी, वकान खिड़की ताज कॉलोनी ,रानी तलैया , नया मोहल्ला, सुल्तानिया कॉलोनी, हाउसिंग बोर्ड , बडी कुंजरेटी नजरवाग, बेनोगंज के चिन्हित वंचित परिवारों को प्रदान की गई है|
राशन वितरण करने वाले लोगो का कहना है की गरीबों और असहाय परिवारों को एक साथ राशन देना बहुत मुश्किल काम होता है क्योंकि जरूरतमंद ज्यादा है और हम 115 परिवारों को ही दे पा रहे हैं टीम के संस्था प्रमुख अफसर जहां नसरीन ,रिहाना और भी कई लोग है जो महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया, राहत सामग्री देने से पहले लोगों की थर्मल स्कैनिंग कर सेनीटाइजर से हाथ रोगाणु मुक्त बना कर सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखकर मुंह को मास्क तोलिया दुपट्टा आदि से कवर करा कर सामग्री प्रदान की गई | साथ ही उन्हें इस बीमारी की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए अपने अपने परिवार को बचाए रखने की सलाह दी गई|
पूर्व में भी छतरपुर महिला जागृति मंच के द्वारा 118 परिवारों को 21 दिन की राहत सहायता प्रदान की गई थी और इस तरह 233 वंचित परिवारों को राहत सहायता दिया है, लेकिन अभी भी बहुत से परिवार ऐसे हैं जिन्हें इस तरह की सहायता की अति आवश्यकता है परंतु हमारे पास सीमित संसाधन है और हम सरकार का विकल्प भी नहीं बन सकते ना ही बनना चाहते हैं जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से यह अनुरोध करते हैं कि वह सरकार की योजनाओं को ऐसे लोगों तक पहुंचाएं क्योंकि लोगों तक योजनाएं नहीं पहुंच रही हैं चाहे वह आंगनवाड़ी की योजना हो या उचित मूल्य की दुकानों के द्वारा राशन वितरण का मामला हो
इन संस्था के लोगो का कहना है की ये लॉक डाउन जब तक रहेगा तब तक हम लोग मिल कर इन गरीबो को जरूरत का सामान देंगे