छत्तरपुर जिले के नर्सिंग कॉलेज के छात्रों का आरोप है उन्होंने स्कॉलर्शिप के तहत एडमिशन करवाया था लेकिन अब अध्यापकों द्वारा उनसे पैसों की मांग की जा रही है। छात्रों ने आवेदन पत्र देकर जिला कलेक्टर को भी मामले की शिकायत की है। छात्रों ने बताया, उनके माता-पिता मज़दूरी करते हैं और इतने पैसे नहीं हैं वह भर पाएं। अगर ऐसा रहा तो वह परीक्षा नहीं दे पाएंगे और उनका साल बर्बाद हो जाएगा।
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छात्राओं के अनुसार, उनसे 40 से 50 हज़ार फ़ीस मांगी जा रही है जो की उनके पास नहीं है। वह चाहते हैं कि बिना फीस दिए उन्हें पेपर देने दिया जाए नहीं तो उनका पूरा साल बर्बाद हो जाएगा।
जिला कलेक्टर जी.आर से खबर लहरिया ने ऑफ़ कैमरा बात की। कहा, कॉलेज की जांच पड़ताल करवाई जायेगी। यह देखा जाएगा कि छात्रों द्वारा जो पैसे मांगने का आरोप लगाया जा रहा है वह सच है या नहीं। अगर ऐसा कुछ सच होगा तो दोषियों पर कार्यवाही करवाई जायेगी ताकि छात्रों का साल बर्बाद न हो।
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