पूरा देश इस समय महंगाई की मार झेल रहा है /फलों-सब्ज़ियों से लेकर पेट्रोल-डीज़ल तक के दाम आसमान छू रहे हैं। ऐसे में इस बढ़ती महंगाई की मार सबसे ज़्यादा झेलनी पड़ रही है गरीब किसानों को। छतरपुर ज़िले में भी किसान महंगाई की मार से जूझ रहे हैं और बीज बुवाई से लेकर फसल कटाई तक में इस महंगाई का असर देखने को मिल रहा है। हमने बात करीब छतरपुर ज़िले के थरा गाँव में गेहूं की फसल काट रहे कुछ किसानों से।
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जहाँ एक तरफ आज एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी इतनी विकसित हो चुकी है, और किसानों की सहूलियत के लिए हार्वेस्टर, थ्रेशर आदि जैसी मशीनें अब बाज़ार में मौजूद हैं।
वहीँ छतरपुर के ये किसान पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दामों के कारण हार्वेस्टर-थ्रेशर आदि का उपयोग ही नहीं कर पा रहे हैं। किसानों का कहना है कि वो हाँथ से ही गेहूं की कटाई कर रहे हैं। खेती से इतना मुनाफा नहीं हो पाता कि वो हार्वेस्टर का किराया या उसमें पेट्रोल-डीज़ल भरवा सकें। ये लोग तपती गर्मी में लगातार हाँथ से फसल की कटाई करने को मजबूर हैं।
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इन किसानों का कहना है कि अगर सरकार की तरफ से महंगाई में थोड़ी राहत मिल जाए तो इन गरीब किसानों को बहुत सहूलत हो जाएगी।
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