जिला छपरा के गांव सरदारगंज में ‘लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान’ के अंतर्गत साल 2016 में बने लगभग 400 शौचालयों में से लगभग सभी टूट गए हैं। यहाँ के लोगों का कहना है कि जो शौचालय बनाया गया था, वह अब पूरी तरह से टूट गया है। ग्रामीण लोग बहुत परेशान हैं, क्योंकि अब उन्हें घर के बाहर शौच करने के लिए जाना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि खराब मैटेरियल के कारण ही शौचालय टूट गए है। उस शौचालय का इस्तेमाल करने में बहुत ही खतरा है।
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इस बारे में ब्लॉक कोऑर्डिनेटर का कहना है कि जब मैटेरियल सही तरीके से नहीं लगाया जाता है, तो शौचालय टूट जाते हैं। उन्होंने सभी लोगों से कहा था कि वे अपने शौचालय का निर्माण खुद से करें और उन्हें ₹12,000 दिया जाएगा, लेकिन लोगों ने इसे मना कर दिया, जिसके कारण सभी शौचालय आज टूट गए हैं।
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