दीपावली की तैयारी में घर की सफाई, शॉपिंग, घर की सजावट, तरह-तरह के पकवान बनाने को बेताब रहते हैं लोग। साल भर करते हैं दीपावली के आने का इंतज़ार।
बुंदेलखंड बड़े धूमधाम से मनाई जा रही है दीपावली पहले और अब में बहुत ही ज्यादा बदलाव आ गया है,महोबा जिले के क़स्बा कुलपहाड़ के लोगो ने बताया है की, दीपावली त्यौहार को लेकर पहले तो साधारण रूप से लिपाई पुताई कर लेते थे और मिट्टी के दिया जला लेते थे l अब ऐसी फैशन बदली हुई है कि यह पुताई के साथ-साथ खाना भी तरह – तरह का बनता है और मिठाइयां कपड़े नए खरीदारी भी होती है, बाजारों में झूमर झालर और मोमबत्ती के दूलिया अक्सर दीपावली में जलाते हैं l
यह बदला हुआ फैशन है जो कि पहले यह चीजें सब नहीं होती थी, अब इतना ही बदलाव आया है कि लोग अपने घरों को गुलदस्ता से सजा रखते हैं बाजारों से भी कुछ सामान लाते हैं लड़कियां महिलाएं पहले जमाने में तो चना की दाल बनाते थे l अब लोग नये-नये तरीके का पाक्वान बना लेते है l अब नया फैशन आया है कि हर चीज बदल गया हैl
इस साल कोरोना महामारी के चलते हुए जैसे खुशियां होती थी हर साल इस साल कुछ कम हो गया हैl घरो को ही सजा रहे है और अपनी अपना ख़ुशी से इस त्यौहार को मना रहे है l