पुरुष सत्ता और दहेज लोभियों के चलते महिला हिंसा नहीं ले रही रुकने का नाम
बदलते समय के साथ महिलाओं में भी काफी जागरुकता बढी़ है| इसके बावजूद भी उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड में पुरुष सत्ता और दहेज़ लोभियों के चलते महिला हिंसा की बहुत ही बूरी स्थिति है और वह सुरक्षित नहीं हैं| कहीं पति प्रताड़ित करता है,तो कहीं परिवार के लोग और इस हिंसा को झेलते हुए जब थकी हारी महिलाएं पुलिस थाना करती हैं, तो वहां भी उनकी कोई सुनवाई नहीं होती| इसका अनुभव मैने इस कोरोना वायरस से बचाव के लिए हुए लॉकडाउन में जब सब लोग अपने घरों के अंदर कैद थे| तब बांदा जिले के नरैनी तहसील अंतर्गत आने वाले कुछ गांव की महिलाओं को न्याय की मांग के लिए भटकते हुए देख और उनकी पीडा़ सुनकर किया है| नरैनी ब्लाक के परसहर गांव की नीलम ने अपनी बात-चीत के दौरान रो-रो कर बताया कि उसका पति पुना शहर में एक कंपनी में काम करता था| पर पिछले…