विश्वभर में कुपोषण एक गंभीर समस्या है कुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। कुपोषण की रोकथाम और उपचार के लिए जिले पर बने एनआरसी में बच्चों को भर्ती कराया जाता है यहाँ पर बच्चे का मुफ्त इलाज होता है और माँ के लिए भी खाने-पीने की सुविधाएँ मुफ्त दी जाती है।
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हमनें बुन्देलखण्ड के महोबा, बाँदा और चित्रकूट जिले से तीन महीने की स्थिति जानी। जिसमें पाया की महोबा जिले में तीन महीने में 28 बच्चे, चित्रकूट जिले के सोनीपुर अस्पताल में एक महीने में 16 बच्चे और बाँदा में अप्रैल से अब तक 29 बच्चे भर्ती हो चुके हैं तो आइये जानते हैं की कुपोषित बच्चों के लिए क्या -क्या सुविधाएं हैं और ये सुविधाएँ क्या लोगों को मिल पा रही हैं।
बच्चों में कुपोषण के लक्षण
- बच्चे का बार-बार बीमार पड़ना
- हाथ पैर में सूजन
- बच्चे का दूध न पीना
- देखभाल और खान पान में कम
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