मुजफ्फरपुर : ब्लॉक मुसहरी के मोहम्मद कुसीद लीची की बागवानी का काम करते हैं व करवाते हैं। लीची का मौसम मई के महीने से शुरू होकर जून के आखिरी महीने तक रहता है। कुसीद बताते हैं कि वह 20 से 40 लाख का टेंडर लेते हैं। पिछले दो सालों से लॉकडाउन की वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है। उन्हें इस बार का भी नहीं पता क्यूंकि इस समय बिज़नेस कच्चा है।
ये भी देखें – अयोध्या : युवा ने अपनाया खेती का आधुनिक तरीका
कुसीद की माने तो मुजफ्फरपुर जिले की लीची काफी मशहूर है। जिले की मिट्टी की वजह से लीची का स्वाद बेहद स्वादिष्ट होता है। यहां की लीची दो रंग की होती है, एक गुलाबी और दूसरी लाल।
लीची के बगान में काम करने वाली महिलाएं कहती हैं कि रोज़ की दिहाड़ी का उन्हें दो सौ रूपये तक मिलता है जिससे उनका परिवार चलता है।
ये भी देखें – सीतामढ़ी : कच्ची सड़क होने से नहीं आ पाती एम्बुलेंस
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें