बिहार में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और इसके साथ ही सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपना घोषणापत्र भी ज़ारी कर दिया है। वीरवार, 22 अक्टूबर को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार विधानसभा चुनाव के भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) का चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है। घोषणा पत्र का शीर्षक “पंच सूत्र, एक लक्ष्य, 11 संकल्प” रखा गया है। घोषणा पत्र ज़ारी करते समय सीतारमण ने कहा “बिहार एक ऐसा राज्य है जहां नागरिक राजनीतिक रूप से संवेदनशील होने के साथ-साथ, चीज़ो से भली-भांति परिचित भी है। वे उन वादों को जानते और समझते हैं, जो राजनीतिक पार्टियां उनसे करती है। अगर कोई हमारे घोषणा पत्र पर सवाल उठाता है तो वह विश्वास के साथ उन्हें जवाब दे सकते हैं क्यूंकि जो भी हमने वादा किया था, वह हमने पूरा किया है”।
यह है बीजेपी का घोषणा पत्र
- बिहार के हर नागरिक को मुफ्त कोविड-19 टीकाकरण प्रदान किया जाएगा।
- 19 लाख युवाओं को रोज़गार के अवसर दिए जाएंगे।
- युवाओं को उनके कौशल के अनुसार नौकरियां दी जाएंगी।
- लोगों को ‘आत्मनिर्भर’ बनाना है।
- राज्य का होगा सर्वांगीण विकास।
- बिहार को अगला सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र बनाने का वादा किया। साथ ही अगले आने वाले पांच सालों में कम से कम 5 लाख नौकरियों के मौके बनाने को भी कहा।
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केंद्रीय मंत्री का कहना है कि एनडीए की सरकार में बिहार की तेज़ी से वृद्धि हुई है। वह चाहती हैं कि बिहार की जनता एनडीए को ही वोट दें । साथ ही भाजपा और जनता दल ( यूनाइटेड) ने यह भी वादा किया कि अगर नितीश सरकार फिर से सत्ता में आती है तो राज्य सरकार यह बात सुनिश्चित करेगी कि सभी 6 करोड़ गरीबों को आयुष्मान भारत योजना का फायदा मिले ताकि हर व्यक्ति योजना के तहत 5 लाख रुपयों का लाभ प्राप्त करने में भी सक्षम हो।
राहुल गाँधी ने बीजेपी के ‘फ्री कोविड टीकाकरण’ पर कसा ताना
जैसे ही बीजेपी ने अपना घोषणा पत्र जारी किया। उसके तुरंत बाद ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ट्वीट करते हुए कहते हैं कि “भारत सरकार ने कोविड वैक्सीन वितरण की घोषणा कर दी है।ये जानने के लिए कि वैक्सीन और झूठे वादे आपको कब मिलेंगे, कृपया अपने राज्य के चुनाव की तारीख़ देखें”।
भारत सरकार ने कोविड वैक्सीन वितरण की घोषणा कर दी है।
ये जानने के लिए कि वैक्सीन और झूठे वादे आपको कब मिलेंगे, कृपया अपने राज्य के चुनाव की तारीख़ देखें।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 22, 2020
वहीं कांग्रेस के ही नेता शशि थरूर भी ट्वीट करते हुए कहते हैं कि “तुम मुझे वोट दो,मैं तुम्हे वैक्सीन दूंगा”, क्या निंदनीय अपील है।” इसी बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुकें ओमर अब्दुलाह भी ट्वीट करते हुए हैं कहते हैं कि “एक तरफ सरकार बिहार राज्य को मुफ्त कोविड वैक्सीन दे रही है , वहीं दूसरी तरफ देश के अन्य नागरिकों को उसके लिए पैसे देने होंगे”।
तुम मुझे वोट दो मैं तुम्हे वैक्सीन …. what appalling cynicism! Will the ElectionCommission rap her & her shameless Govt on the knuckles? https://t.co/ri1UlWWmgD
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 22, 2020
https://twitter.com/rupasubramanya/status/1319169205338603520?s=20
जानिए क्या है कांग्रेस के घोषणा पत्र में
21 अक्टूबर को कांग्रेस ने भी अपना बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कांग्रेस के ही मीडिया एवं संचार विभाग के अध्यक्ष रणदीप सिंह सुरजेवाला, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा की मौजुदी में पार्टी का मैनिफेस्टो जारी किया। कांग्रेस ने अपने पत्र में यह सारी चीज़े कही हैं –
- किसानों के लिए ऋण और बिजली बिल माफ़ी, साथ ही सिंचाई की सुविधाएँ बढ़ाने के वादा
- पंजाब की ही तरह बिहार में भी अलग कृषि विधेयक लाने का वादा
- बेटियों की सुरक्षा का वादा
- मदिरा निषेध कानून की समीक्षा
मदिरा निषेध कानून की समीक्षा को अपने एजेंडा में शामिल करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रिय महासचिव सुरजेवाला ने कहा कि बिहार में शराब माफियों को नीतीश कुमार का संरक्षण प्राप्त है। साथ ही कांग्रेस के नेता और पूर्व रह चुके अभिनेता राजबब्बर ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आते है तो उनकी सरकार नौकरी मिलने तक बेरोज़गारों को हर महीने 1500 रूपये देगी। उन्होंने कहा कि नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में 10 लाख नौकरियो को देने का फैसला लिया जायेगा।
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कांग्रेस के बदलाव पत्र में शामिल चीज़ें
– बेरोज़गारों को 1500 रुपयों का मासिक भत्ता, 18 महीने में साढ़े 4 लाख खाली पड़े हुए पदों पर नियुक्ति
– KG से PG तक पढ़ने वाली बच्चियों के लिए फ्री शिक्षा
-सावित्रीबाई फुले शिक्षा योजना
-राजीव गांधी रोजगार मित्र योजना
-श्री कृष्ण सिंह खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना
-ट्रैक्टर का मुफ्त रजिस्ट्रेशन
-सरदार वल्लभभाई पटेल पेयजल अधिकार योजना
-डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद वृद्ध सम्मान योजना
-कर्पूरी ठाकुर सुविधा केंद्र
-बिहार देवालय यात्रा योजना
-भूमिहीनों को देंगे आवास
-होनहार बेटियों को मुफ्त में स्कूटी
-पशुओं के लिए मोबाइल पशु अस्पताल
-बिहार के युवा खिलाड़ियों के लिए पदक लाओ पद पाओ की योजना
लोजपा के घोषणा पत्र को लेकर यह है पासवान का कहना
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी ने अपना बिहार-1st बिहारी-1st विजन डॉक्यूमेंट-2020 आज जारी कर दिया है। इस डॉक्यूमेंट में स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, उद्योग, रोजगार, पलायन, कृषि, बाढ़-सूखा, शहरी और ग्रामीण विकास से लेकर कानून व्यवस्था, शासन प्रणाली से pic.twitter.com/TEDW0Is1BG
— Lok Janshakti Party (@LJP4India) October 21, 2020
लोजपा के प्रमुख चिराग पासवान ने 21 अक्टूबर को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया। घोषणापत्र जारी करते हुए, पासवान ने “बिहार पहले बिहारी पहले” पर ज़्यादा ज़ोर दिया है। एएनआई एजेंसी को उन्होंने कहा कि “बिहार पहले बिहारी पहले” कहने के पीछे हमारा उद्येश्य बिहार के लोगों की विभिन्न समस्याओं का समाधान करना है।
Bihar: Lok Janshakti Party (LJP) chief Chirag Paswan releases party's manifesto for the upcoming #BiharElections in Patna. pic.twitter.com/Qmq58rWo8U
— ANI (@ANI) October 21, 2020
Today, with the release of our party's manifesto for the Bihar assembly polls, I put forward our vision of 'Bihar 1st Bihari 1st' which will resolve various problems that the people of Bihar have been facing: Lok Janshakti Party (LJP) chief Chirag Paswan https://t.co/Muu553PDUe pic.twitter.com/btUAe9vusE
— ANI (@ANI) October 21, 2020
पासवान का कहना है कि “मैं युवा हूँ, मैं अच्छी तरह से शिक्षित हूँ, मैं जागरूक हूँ और मैं एक बिहारी हूँ“। पासवान कहते हैं कि उनका घोषणा पत्र उनके पिता के दृष्टिकोण के आस-पास घूमता है। वह कहते हैं कि हमारा उद्देश्य युवाओं को आगे बढ़ाना है। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून और व्यवस्था जैसे क्षेत्रों में काम करना है ताकि रोज़गार के अवसर और भी ज़्यादा हो। साथ ही पासवान, नीतीश कुमार पर आरोप लगते हुए कहते हैं कि नीतीश सरकार ने शिक्षा और रोज़गार के क्षेत्र में कोई भी अच्छा काम नहीं किया है। पासवान का कहना है कि अगर नीतीश की सरकार फिर आती है तो राज्य की गाड़ी ‘ दो इंजन ‘ पर चलेगी। एक तो बीजेपी और दूसरी एनडीए।
सभी राजनीतिक दलों द्वारा बिहार की जनता को लुभाने के लिए अलग-अलग तरह के वादें कर दिए गए हैं। या ये कहना चाहिए की बिहार की जनता के हाथो में लेमचूस ( बिहार में आम-बोल चाल की भाषा में इस्तेमाल किया जाता है ) यानी टॉफ़ी पकड़ा दी है। सभी टॉफियां यानी वादें बहुत ही रंगीन हैं। लेकिन किस टॉफ़ी का स्वाद ज़्यादा अच्छा होगा। ये तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा। नीतीश सरकार ने तकरीबन साढ़े आठ सालों तक बिहार पर शासन किया है। तो वह भी अपनी गद्दी बचाने में पूरी तरह से लगी हुई है। लेकिन सिर्फ जनता को लुभाने और वोटों के लिए महामारी के वक़्त में जहां देश का हर नागरिक कोविड वैक्सीन का इंतज़ार कर रहा है। सिर्फ चुनाव को देखते हुए किसी एक राज्य के नागरिकों के लिए कोविड वैक्सीन फ्री करने का वादा, कितना सही है? जहां देश की आधी से ज़्यादा जनता वैक्सीन को खरीद भी नहीं सकती। सत्ता और ताकत की जंग में लुभावने वादों के ज़रिये सभी राजनीतिक दल अपने-अपने पैतरें आज़मा रही हैं। बिहार में 28 अक्टूबर, 3 और 7 नवंबर को मतदान होगा। वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी। किसके हाथ में सत्ता आती है और किसका हाथ खाली रहता है। चुनाव के बाद सब साफ़ हो जाएगा।