प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में 1,782 करोड़ रुपये से अधिक की सात बुनियादी परियोजनाओं की घोषणा की है। उन्होंने इसे ‘स्मार्ट सिटी’ के रूप में वाराणसी के विकास की दिशा में पहला कदम बताया है। डीएलडब्ल्यू ग्राउंड के एक समारोह में, उन्होंने देश के लिए 60,000 करोड़ रुपये की एकीकृत विद्युत विकास योजना शुरू की है। जिसका एक बड़ा हिस्सा – 45,000 करोड़ रुपये – केंद्र द्वारा भुगतान किया जाएगा। वाराणसी में, 572 करोड़ रुपये की परियोजनाएं विकसित की जाएंगी। आईपीडीएस के तहत, वाराणसी में दो बिजली उप-स्टेशन भी स्थापित किए जाएंगे।
मोदी ने 16.5 किलोमीटर की वाराणसी रिंग रोड चरण -1 परियोजना, 415.30 करोड़ रुपये और वाराणसी से बाबातपुर हवाई अड्डे के राष्ट्रीय राजमार्ग 56 के 17.25 किलोमीटर के विस्तार को बढ़ाने और अपग्रेड करने के लिए 630 करोड़ रुपये की परियोजना की स्थापना करी है।
इसके अलावा, उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में आघात केंद्र और सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन भी किया है। इसकी कीमत 165 करोड़ रुपये है और यह 334 बिस्तरों के साथ देश में सबसे बड़ा आघात केंद्र माना जा रहा है।
वाराणसी के लोग आशा करते हैं कि आने वाले सालों में वे एक नए शहर को देखेंगे। उन्होंने जापानी शहर क्योटो के साथ वाराणसी के समझौते के बारे में सुना है, जिसके तहत ठोस-तरल अपशिष्ट प्रबंधन और परिवहन प्रबंधन पर परियोजनाएं शुरू की गई हैं। लेकिन, शहर प्रशासन के लिए, इसके 1.2 मिलियन नागरिकों संग हर साल इस पवित्र शहर में आने वाले 5.5 मिलियन पर्यटकों के लिए भी प्रयास करे जा रहे हैं।
प्रधान मंत्री ने कहा कि यह केवल शहरी विकास नहीं जिसे सरकार द्वारा लक्षित किया जा रहा है लेकिन वाराणसी के आसपास ग्रामीण इलाकों के विकास को बढ़ावा देने के लिए भी जोर दिया गया है। उन्होंने वादा किया कि जल्द ही सभी गांवों को बिजली, सड़क और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं भी प्रदान की जाएँगी।
“एक सांसद बनने से पहले, जब मैं यहां आता था, तो मुझे आश्चर्य होता था कि इस शहर को ओवरहेड लटकाए गए बिजली के तारों के जाल से मुक्त कब कराया जायेगा।” उन्होंने कहा, “आज, शहर का एक बड़ा हिस्सा ऐसे तारों से छुटकारा पा चूका है और शेष जगहों पर भूमिगत केबल्स लगाने का काम तेजी से चल रहा है।”
वाराणसी में हवाईअड्डे भी हवाई यात्रियों और पर्यटकों की संख्या में निरंतर वृद्धि के साथ यहां चल रहे विकास के लिए गवाह हैं। पिछले चार वर्षों में, बाबापुर हवाई अड्डे पर यात्री यातायात 8 लाख से बढ़कर 21 लाख हो गए हैं। उन्होंने कहा कि परिवहन व्यवस्था का आधुनिकीकरण चल रहा है, ताकि स्मार्ट बनारस के पास स्मार्ट परिवहन भी हो।
बाकी कार्यों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, “काशी से आने-जाने का रास्ता आसान बना दिया गया है और शहर को सुशोभित भी किया गया है। हमारे घाट रोशनी संग मेहमानों का स्वागत करते हैं, न कि कचरे के साथ। पर्यटन के माध्यम से परिवर्तन का अभियान लगातार चल रहा है”।
सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आईपीडीएस योजना वाराणसी से शुरू की जा रही है क्योंकि एमओएस (स्वतंत्र) बिजली, कोयला और नई और नवीकरणीय ऊर्जा के जानकार पियुष गोयल बीएचयू में इंजीनियरिंग का अध्ययन कर चुके हैं। “आईपीडीएस, 2022 तक रिमोट और वन क्षेत्रों में भी बिजली की आपूर्ति प्रदान करने के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगा” ऐसा मोदी का कहना है।