Mahua: महुआ आजीविका का एक बड़ा साधन बन चुका है। अप्रैल-मई के महीने में ज़्यादातर ग्रामीण स्तर पर गरीब परिवार महुआ बीन कर उसे बेचना शुरू कर देते हैं। महुआ के फल हरे लंबे बेर जैसे होते हैं। इन्हें छीलकर सफेद गूदे की पौष्टिक सब्जी बनाई जाती है। इसके साथ ही फल से निकले बीजों से तेल भी निकाला जाता है।
ये भी देखें –
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’