जिला बांदा ब्लॉक नरैनी ग्राम पंचायत के पिपरहरी मजरा चौकिन पुरवा। यहां लगभग 200 मजदूर परिवार रहते हैं जिनमें से कुछ खेती किसानी का काम करते हैं जिनके पास थोड़ी बहुत खेती है और कुछ मजदूरी का काम करते हैं लेकिन ग्रामीण स्तर में मजदूरी ना मिलने के कारण लोगों को अन्य शहरों में पलायन करना पड़ता है चाहे ईंट भठ्ठी के लिए पलायन करें या कंपनियों में लेकिन ज्यादातर मजदूर परिवार सहित तक ईंट भट्टों में जाते हैं जिससे अपने परिवार की जीवका चला सकें।
लोगों का कहना है कि अगर उन्हें गांव में ही रोजगार गारंटी योजना के तहत बराबर काम मिले तो उनका पलायन रुक सकता है और उनके बच्चे भी शिक्षित हो सकते हैं मजदूरी भले ही कम मिलती है लेकिन मनरेगा योजना सफल नहीं है इसी कारण पलायन करते हैं और पलायन करने के कारण उनके बच्चों की शिक्षा प्रभावित होती है और मजदूर के मजदूर ही रह जाते हैं क्योंकि शिक्षा का स्तर कमजोर रहता है, तो आगे नहीं बढ़ पाते।
लोगों का कहना है कि जब वह बाहर पलायन करके जाते हैं तो वहां भी उनको कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है कई – कई भट्ठा मालिक तो पैसा भी मार जाते हैं लोगों ने बताया कि जो रेट तय करके यहां से ले जाया जाता है और जो सुविधाएं बताकर व सुविधाएं और रेट भी उनको नहीं मिल पाता। लोगों का कहना है कि अगर जितने लोग घर में काम करने लायक हैं उन सबको मनरेगा योजना के तहत काम मिले और बराबर मिले जैसे की अगर 12 महीने होते हैं तो कम से कम 10 महीने बराबर उनको काम मिले और मजदूरी 200 से बढ़ाकर और भी थोड़ी अधिकार दी जाए तो लोगों का परिवार पल्लने लगेगा और उनके बच्चे भी शिक्षित हो सकेंगे।
लेकिन जो 100 दिन काम दिया जाता है उसमें उनका पूरा नहीं पड़ता क्योंकि खर्च तो हर रोज के लागू होते हैं लेकिन काम सिर्फ 100 दिन है उसमें भी सबको 100 दिन नहीं मिलता किसी को 15 दिन तो किसी को 10 दिन किसी को महीना भर इतना काम मिलता है उसमें भी काम करने के बाद मजदूरी के लिए भटकना पड़ता है इसलिए वह चाहते हैं कि उन्हें बराबर काम दिया जाए और इसके लिए उन्होंने कई बार मांग भी की है उनकी आज किसी भी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं हुई है अब नया प्रधान हुआ है तो अभी थोड़ी बहुत काम चल रहा है अब आगे देखते हैं कि वह किस तरह से काम दिलाता है|
प्रधान चंदा देवी का कहना है कि मिट्टी पड़ रही है और आगे से ही पैसा नहीं आया है लोगों के लिए सरकार से मांग करेंगे की जनता के खाते में पैसे आये और ज़्यादा से ज़्यादा काम मिले मजदूरों को जिससे की वह पलायन ना करें।
इस मामले में नरैनी के बीडियो मनोज कुमार सिंह ने हमें ऑफ़ कैमरा बताया कि अभी बरसात का मौसम है इसलिए काम कम चल रहा है लेकिन मनरेगा के काम के लिए उनके स्तर से जितनी भी मांग होती है दिया जाता है। अगर लोगों को काम नहीं मिल रहा तो वह इसकी शिकायत कर सकते हैं। फिलहाल अभी बरसात का सीज़न है और यह धनहा क्षेत्र है इसलिए इस समय उतना काम नहीं हो पाता।
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