खबर लहरिया कोरोना वायरस बाँदा: इस महामारी में देखिये पुलिस की दादागिरी | लॉकडाउन

बाँदा: इस महामारी में देखिये पुलिस की दादागिरी | लॉकडाउन

जिला बांदा, ब्लाक कमासिन, ग्राम पंचायत पछौहा: इस महामारी में देखिये पुलिस की दादागिरी : यहां पर 3 अप्रैल को आर्यावर्त बैंक के सामने सुबह लगभग साढ़े दस बजे पुलिस ने लाठियां चलाई। लोग वैसे भी परेशान हैं ऊपर से पुलिस की दादागिरी और इस तरह की ज्यादती कर रही है। यहां पर आर्यावर्त बैंक से पैसे निकालने आये लोगों ने बताया कि पिछले एक हफ्ते से सर्वर न होने के कारण लोग पैसे का लेनदेन नहीं कर पा रहे हैं। कई लोगों ने यह भी बताया कि उनके बच्चे बीमार हैं। दवाई कराने के लिए पैसे नहीं हैं। लोग पैसे निकालने के लिए लाइन में लगे ही थे। बता रहे थे कि एक हफ्ते से रोज वह बैंक आते हैं। कभी 3 किलोमीटर चलना पड़ता है तो कभी 5 किलोमीटर। बूढ़े और बीमार लोग इस समस्या को एक हफ्ते से झेल रहे हैं। आकर खाली हाथ वापस लौट जाते हैं। बैंक प्रबंधक ने बताया कि एक हफ्ते पहले तूफान आया था रात में उसी दिन ब्रॉक बैंड की छतरी डिस्टर्व हो गई। लॉक डाउन के चलते न मैकेनिक आ पा रहे और न ही छतरी बन पा रही। रोज की तरह आज फिर से लोग लाइन में लगे थे कि कमासिन थाना की 6 बाइक में आई पुलिस लोगों के ऊपर लाठियां भांजने लगी। लोग बचते बचाते भागे। लोगों के हिसाब से पुलिस इसी तरह बेवजह पीटती रहती है। यहां तक पुलिस ने मीडिया से भी दुर्व्यवहार के साथ पेश आई। वीडियो बनाते हुए इल्जाम लगाए कि मीडिया कर्मी ने ही भीड़ इकट्ठा की है। बाइक प्रबंधक से भी कहलवा लिया कि यह भीड़ मीडिया ने इकट्ठी की है। अपनी कमियां छिपाने के लिए पुलिस और बैंक ने कबरेज करने गई मीडिया के ऊपर इल्ज़ाम लगा दिए। ऑफ कैमरा कमासिन थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस किसी को मार नहीं सकती और न ही मीडिया के साथ दुर्व्यवहार। अगर पुलिस ने ऐसा किया है तो वह कार्यवाही करेंगे।