भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा जिला महामंत्री और जसपुरा क्षेत्र के वार्ड नंबर 12 से जिला पंचायत सदस्य रही श्वेता सिंह गौर की अचानक मौत से राजनीतिक लोगों में हड़कंप मच गया।
बांदा। महिलाएं जागरुक और संपन्नघर की हो या कमजोर वर्ग की लेकिन वह हमेशा हिंसा का शिकार होती नज़र आती हैं। ऐसे ही एक जानी मानी भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा जिला महामंत्री और जसपुरा क्षेत्र के वार्ड नंबर 12 से जिला पंचायत सदस्य रही श्वेता सिंह गौर थी। जिनकी 27 अप्रैल को मौत की खबर सामने आने से जिले और राजनीतिक लोगों में हड़कंप मच गया। श्वेता सिंह ने बीती रात (मरने से पहले) व्हाट्सएप स्टेटस लगाकर लिखा था कि- घायल नागिन, घायल शेरनी और अपमानित स्त्री से हमेशा डरना चाहिए।
सूचना पाते ही तत्काल पुलिस अधीक्षक समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी। जानकारी के अनुसार जिला पंचायत सदस्य के मायके वालों ने पति पर हत्या का आरोप लगाया है। जबकि भाजपा नेता दीपक सिंह गौर जो श्वेता सिंह के पति हैं वह मौके से फरार हैं। उनका फोन भी बंद है।
जानकारी के अनुसार घटना शहर कोतवाली अन्तर्गत आने वाले इंद्रा नगर मोहल्ले में बने उनके आवास की है। बताया जा रहा है कि दीपक सिंह गौर कार्यक्रमो में सक्रिय भूमिका निभाते रहे है। पर क्या कारण रहा कि अच्छी भली जिन्दगी से श्वेता सिंह इस कदर टूटी कि अपने ही घर में उन्हें फांसी लगाकर आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा। सूत्रों के अनुसार कानाफूसी में घटना का कारण परिवारिक कलह भी सुनने को मिल रही है।
बता दें कि श्वेता सिंह गौर के पति दीपक सिंह गौर जहां भाजपा किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेता हैं, वहीं उनके ससुर राजबहादुर सिंह सेवानिवृत्त आईपीएस हैं। दीपक और श्वेता के तीन बेटियां हैं। उधर मृतका के मायके वालों का कहना है कि उसके पति उसे लगातार प्रताड़ित करते थे और बीते तीन दिनों से दोनों के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा था।
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श्वेता ने घटना से पहले फेसबुक पर डाली थी पोस्ट
घायल शेरनी, घायल नागिन और अपमानित स्त्री से सदैव डरना चाहिए’ यह पंक्तियां फेसबुक में आखिरी बार लिखकर कुछ खास संकेत देने वाली जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। हालांकि श्वेता सिंह गौर के आत्महत्या की खबर लोगों के गले से नहीं उतर रही है, लेकिन मौके के हालात और पुलिस की प्रारंभिक जांच कुछ इसी ओर इशारा कर रही है। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन, अपर पुलिस अधीक्षक, सिओ सिटी आरके सिंह, शहर कोतवाल सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचे और उन्होंने फोरेंसिक जांच के साथ ही डाॅग स्क्वायड की मदद से मामले की हकीकत जांचने के निर्देश दिए हैं।
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मोबाइल से हो सकता है किसी बड़े राज का खुलासा
जानकारी के अनुसार घटना स्थल से पुलिस को दो टूटे मोबाइल मिले हैं, उनको खुलने के बाद हो सकता है कई ऐसे कारणों का पता चले, जिसकी वजह से यह घटना हुई है। पुलिस का यह भी कहना है कि श्वेता सिंह की मौत हत्या है या आत्महत्या यह पोस्टपार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
इस खबर की रिपोर्टिंग गीता देवी द्वारा की गयी है।
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