जिला बांदा,ब्लाक नरैनी,गांव जयवरा मजरा सकरिहा पुरवा| यहां के मनरेगा मजदूरों का आरोप है कि वह हमेशा मनरेगा पर काम करते हैं लेकिन इश्क रोना वायरस के चलते हुए लाडा उनके कारण जो सरकार मजदूरों के लिए लाभ दे रही है वह उन्हें जब काट ना होने के कारण नहीं मिल पा रहा है इसका कारण है कि उनके जॉब कार्ड रोजगार सेवक के पास रखे हुए हैं| मजदूरों का कहना है कि जब भी काम लगता है मनरेगा में वह हमेशा काम करते हैं और उनको उनके खाते में पैसा डाल दिया जाता है सादे रजिस्टर में उनकी हाजिरी चढ़ा ली जाती हैं जिससे उनको पता नहीं चलता कि कितनी हाजिरी है और कितना काम हुआ अगर वह लोग जॉब कार्ड की मांग करते हैं तो रोजगार सेवक लड़ने के लिए तैयार होता है लेकिन फिर भी इस समय कुछ लोगों ने बहुत ही लड़ाई के बाद उससे जाप काट लिए हैं जिसमें एक भी हाजिरी या नहीं है| लोगों का कहना है कि अगर उनके जाब कांटों में भी हाजिरी या होती जिस तरह से वो काम करते हैं तो उनको फ्री राशन और जो सरकार पैसा दे रही है वह मिलता लेकिन उन्हें ना तो राशन मिलता है और ना ही पैसा कोटेदार के पास जाते हैं तो वह कहते हैं कि सूची में नाम नहीं है हिजाब की जॉब कार्ड धारकों को फ्री गला सरकार दे रही है लेकिन वह सभी लोग इन योजनाओं से वंचित हैं| लोगों का यह भी कहना है कि जब से यह बीमारी फैली और लॉक डाउन हुआ तब से उनको बहुत सी मुसीबतें झेलनी पड़ी किसी तरह उन्होंने गुजारा किया अब जाकर 4 दिन से उनको मनरेगा पर काम मिला है इसलिए वह चाहते हैं कि जो जॉब कार्ड उनके रोजगार सेवक के पास है वह उनको दिए जाएं और जिनके जॉब कार्ड नहीं है उनको जॉब कार्ड बना कर दिए जाएं ताकि वह भी इन योजनाओं का लाभ ले सकें| ग्राम प्रधान रेखा यादव के पति मनोज यादव का कहना है कि रोजगार सेवक उन जाब कांटों को क्या करेगा उसके पास जॉब कार्ड नहीं है हां मान सकता है कि कुछ लोगों के जेब काट कभी भूल से रह गए हो और उनके यहां 2 साल से मनरेगा में काम भी नहीं हुआ इसलिए वह लोग एक्टिव जॉब कार्ड धारक नहीं है इसी कारण उनको इन योजनाओं का लाभ नहीं मिला अब जाकर उसने किसी तरह काम लगवाया है जो एक्टिव मजदूर थे वह सिर्फ आवासों में काम किए वाले थे उनके खातों में पैसा आया है जो लोग रह गए हैं उनके भी आता जा रहा है लोगों के जॉब कार्ड नहीं है उसके लिए वह नई सूची तैयार कर के जॉब कार्ड यीशु करवा रहे हैं रही बात लाभ मिलने की तो ब्लॉक से जॉब कार्ड धारकों की जो काम कर रहे हैं उनकी सूची मांगी गई है और वह सूची तैयार कर रहे हैं इसके बाद उन्हें हो सकता है उन योजनाओं का लाभ मिले