बाँदा: क्वारन्टीन मजदूर की घर पहुचने से पहले ही हुई मौत, जानिए क्या है पूरा मामला :जिला बांदा, ब्लाक नरैनी बदौसा क्षेत्र का गांव महुराई ग्राम पंचायत दुबरिया का निवासी राजबहादुर पटेल (क्वारन्टीन मजदूर ) उम्र 42 साल की मौत का मामला क्वारेण्टाइन के अंतिम दिन सामने आया। परिवार के लोगों के हिसाब से वह किसी के यहां खाना खाने के लिए घर से ठीक ठाक गया था लेकिन वापसी में खराब तबियत में पाया गया। बदौसा थानाध्यक्ष के मुताबिक इस केस में किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई क्योंकि वह ऐसा मामला नहीं है कि कार्यवाही की जाए मृतक राजबहादुर पटेल का भाई राजेन्द्र बताता है कि उसका भाई दो साल से हैदराबाद में कुल्फी बेचने का काम कर रहा था। होली के टाइम दो दिन के लिए आया था। सीजन पास होने के कारण तुरन्त चला गया था। फिर 25 अप्रैल को गांव आया पैदल और बीच रास्ते में कभी कभी ट्रक मिल जाते थे। उसने प्रधान आशा कार्यकर्ता को इसकी सूचना दी और गांव के प्राथमिक विद्यालय में 14 दिन के लिए कवारेन्टीन किया गया। 29 अप्रैल को जांच के लिए पूरी टीम आई थी। कवारेन्टीन के अंतिम दिन 7 मई को एक निमंत्रण में गया। उसके बाद रात में भी नहीं आया। सुबह पांच बजे सोचना मिली तो वह गया। तो भाई सड़क किनारे लेता मिला। साथ ही उसकी हालत बहुत खराब थी। तुरन्त अतर्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतर्रा ले गए। वहां पर कोई उपचार नहीं हुआ और बांदा जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल के गेट के पास पहुंचते ही उसने दम तोड़ दिया। मृतक की पत्नी गोमती और बहन उर्मिला ने बताया कि पता नहीं किसने उसको मार डाला। घर से खूब अच्छी तरह से गया था। दो बच्चे हैं उनका पालन पोषण कैसे होगा। दो बीघे खेती है उसमें ज्यादा पैदावार भी नहीं है। बदौसा थानाध्यक्ष ने फोन कॉल पर बताया कि pm रिपोर्ट में है कि उसकी मौत दम घुटने से हुई है। वह पहले से कैंसर बीमारी से ग्रसित था। उस केस में क्या कार्यवाही की जाए।