बांदा के नरैनी तहसील के अंतर्गत आने वाले 3 ग्राम पंचायतों के बीच जूझ रहे दशरथ पुरवा गाँव में गौशाला न होने के कारण किसान काफी परेशान रहते हैं। उनकी फसल एक बार तो पूरी तरह से चर ही जाती है, फिर जब दोबारा फसल लगाई जाती है तब किसान दिन-रात रखवाली करते हैं। और तब जाकर के अपने घरों में अनाज ला पाते हैं।
इस समस्या से जूझ रहे गांव के लोगों ने इस विधानसभा चुनाव में 23 फरवरी को वोट का बहिष्कार भी किया था जिसके चलते 2 बजे तक वोटिंग बाधित भी रही थी। इसके बाद प्रशासन ने मौके पर पहुँच कर 10 दिन में गौशाला बनने का आश्वासन देते हुए वोटिंग प्रक्रिया दोबारा शुरू करवाई लेकिन अभी तक गांव में गौशाला की व्यवस्था नहीं हुई है।
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ग्रामीणों ने कई बार गाँव में गौशाला बनवाने की मांग की, लोगों की मानें तो गाँव में ग्राम समाज की जमीन पड़ी हुई है जहाँ पर आसानी से गौशाला बनवाई जा सकती है, लेकिन प्रशासन ने एक नहीं सुनी। जबकि गौशाला बनवाने के लिए सरकार की तरफ से बजट भी आता है। इन्हीं कारणों को देखते हुए ग्रमीणों ने चुनाव बहिष्कार करने की ठानी थी लेकिन आश्वासन दिलवाने के बाद भी गाँव में कोई कार्य नहीं हुआ है। अब ग्रामीण चाहते हैं कि गाँव में जल्द से जल्द गौशाला बन जाए ताकि लोगों को अन्ना जानवरों से कुछ राहत मिल सके।
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