पीएफ को लेकर उत्तर प्रदेश के 45 हजार बिजली कर्मचारी आज हड़ताल परबाँदा जिले में विद्युत विभाग के कार्यलय में सभी कर्मचारी बैठे धरने में पीएम घोटालों को लेकर धरने पर बैठे विद्युत विभाग के कर्मचारी 18 नवंबर 20196 को उनका कहना है कि यह धरना 48 घंटे के लिए है अगर हमारी शर्त नहीं मानी गई तो जैसा प्रांतीय संगठन का आदेश होगा वैसा करने के लिए हम तैयार हैं कर्मचारियों ने कहा है कि पीएफ का पैसा अन्य जगह में लगाया गया है वह समय से अगर हमको नहीं मिला तो तो हम अनिश्चित काल के लिए हड़ताल पर जा सकते हैं
पीएफ का पैसा जो कंपनी द्वारा घोटाला किया गया है अगर यह हमारा पैसा कम्पनी वापस नहीं दिए देगी तो हम अनशन नहीं तोड़ेंगे और अनशन जारी रहेगा और यह जो बिजली विभाग का कार्यभार है वह सब बंद कर देंगे पैसा लेने के लिए मांग कर रहे है धरना जारी है इन लोगो का कर्मचारी के भविष्य निधि का पैसा जो कटता है वो पैसा उसका घोटाला हो गया है 26 सौ करोड़ रूपये का जब तक पैसा का पता नहीं चलेगा तब तक सभी कर्मचारी ऐसे ही बैठे रहेंगे नियम ये है की सभी कर्मचारी का जो वेतन बनता है उसका 10 % वो सीपीएफ खाते में जाता है अब वो नहीं मिल रहा है
आधे कर्मचारी जो रियाटर वाले है उन्हें भी नहीं मिल रहा है वो कैसे सादी करेंगे वो कैसे अपना हर काम करेंगे सभी कर्मचारी का कहना है की हम लोगो का फीचर अन्धकार में है हम लोगो का को मिले हम लोगो की यही मांग है पिछली सरकार जो थी उसने हमारी स्टार्टिंग किया नई सरकार तीन साल से उसी पर गलत ढंग से पैसा का इस्तेमाल कर रही है जो की आज तक उसका कही कोई अत पता नहीं है 22 सौ 68 करोड़ रुपये हमारा डूब गया है उसमे जिसके वापसी के लिए या सरकार उसकी जिम्मेदारी लेले की कर्मचारीरो का पैसा हम लोग वापस करेंगे इस जिम्मेदारी के सरकार कुछ लिखित में देती है तो बिजली कर्मचारी अपना अनशन वापस करेंगे