जिला बांदा। किसानों का कर्ज़ एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में ट्रांसफर होता रहता है। उदाहरण के लिए, अगर पिता ने कर्ज लिया है,तो उनके बेटा या पोते- कर्ज चुकाने के लिए संघर्ष करते हैं पर बैंक का कर्ज नहीं चुका पाते। कुछ किसानों को आर्थिक तंगी और खेती में पैदावार की कमी मजबूर कर देती है, कर्ज ना भरने में पर।
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कुछ किसान बस जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाते उसका कारण है राजनीति के दौरान होने वाले चुनावी वादे। इसलिए दसकों से किसान कर्ज के बोझ तले दबता जा रहा है। किसान लालू कहते हैं कि सरकार किसानों को समय से बिजली पानी और उनके अनाज का सही भाव देती जाए तो कर्ज लेने की जरूरत ही नहीं है।
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