बांदा जिले के बदौसा थाने के अंतर्गत एक पुरवे में दो सगी बहनों को अगवा करने और फिर उनके साथ रेप करने का मामला सामने आया है। पुलिस द्वारा किये गए जांच में पाया गया कि इन घटनाओं के पीछे एक युवक और बहनों के परिवार के बीच के जिम्मेदारी और बातचीत में कई दलीलें हैं।
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पीड़ित महिला ने बदौसा थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक तक शिकायत की। हालांकि, कार्रवाई से पहले पुलिस द्वारा संख्यागत सबूतों का संग्रह और विश्लेषण किया जाना आवश्यक है। दोनों पक्षों के द्वारा पेश किए गए गवाह, साक्ष्य और तथ्यों को ध्यान में रखते हुए पूरी तरह से व्याख्या देना जरूरी है।
बदौसा थानाध्यक्ष विजय कुशवाहा ने पीड़ित महिला के आरोपों को खारिज करते हुए उनके परिवार के साथ उचित रूप से संवाद करने का प्रयास किया था। यह मामला न्यायिक प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें पीड़िता के आरोपों की परीक्षण करने के लिए समय और मौका देना आवश्यक है।
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