बांदा जिले के तिंदवारी ब्लाक के जसईपुर में जहरीला प्रसाद खाने से आधा दर्जन बच्चे बेहोश हो गए। गांव के लोगों की मदद से उन्हें स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती के लिए लेकर जाया गया और फिर उन्हें जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर में रिफर कर दिया गया। अघोरी कालका बाबा पर आरोप था कि वह तंत्र-मन्त्र करके प्रसाद खिला दिया था। मामला तिंदवारी थाना क्षेत्र के जसईपुर गांव का है। लोगों का आरोप है कि पांच साल से झाड़-फूंक का काम बाबा करता है। अघोरी बाबा कालका प्रसाद का कहना है कि यहां पर मैनें किसी को नहीं बुलाया है। अपने से दूर-दूर से लोग आते हैं।
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तिंदवारी थाने के एस.ओ राम कुमार सिंह का कहना है कि इस मामले में तांत्रिक बाबा के पास मौके पर गए थे और उनके द्वारा प्रसाद में दिए गए पेड़े को जांच के लिए भेजा गया था। इसमें बाबा का कोई दोष नहीं था। कोई अन्य व्यक्ति प्रसाद में पेड़ा देकर गया था। बाबा ने अपने बच्चे और गांव के बच्चों को वह मिठाई प्रसाद के रूप में दे दी थी। आगे कहा, जैसे जांच में बात सामने आएगी, कार्यवाई की जायेगी।
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