यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण बांदा-कानपुर मार्ग बंद कर दिया गया है। इसके चलते आस-पास के लोगों को यातायात मे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आस-पास के कई गांव बाढ़ के चलते डूब चुके है जिसके कारण लोगो को अपने जानवरों को लेकर वहां से निकलना पड़ा और उन्हें बच्चा डेरा में सड़क के किनारे पर प्लास्टिक की टेंट में पिछले 4 दिनों से बसेरा करना पड़ रहा हैं। उनसे बातचीत में पता चला की यह समस्या इस मौसम में हर साल होती हैं ,पानी का स्तर बढ़ने की वजह से लोगो को अपना गांव छोड़ना पड़ जाता है। इस समस्या का अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
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लोगो का कहना है कि प्रशासन से इसकी कई बार शिकायत की गयी है लेकिन वह उनकी बात को सुनते नहीं है। इस बार भी बस एक दिन के लिए जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद आए और एक-एक बोरी लाई,1 किलो भुजें चना,1 किलो गुड़, बस इतनी सामग्री सबको बाट कर चले गए ।
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बी डी सी के सदस्य, राम सिंह जोकि बजरंग डेरा, गांव तारा के निवासी है, उन्होंने कहा है कि अगर इस समस्या को जड़ से ख़त्म करना है तो जल्द से जल्द यहाँ प्रशासन द्वारा पक्का पुल बनवाया जाए ताकि इस समस्या से छुटकारा मिल सके। फिलहाल तो पानी का स्तर कम हो गया है लेकिन अभी भी यातायात को खोला नहीं गया है। लोग अभी भी सड़क खलने का इंतजार कर रहे हैं।
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