जिला बांदा ब्लाक बबेरु गांव अलिहा| इस एक में चार सरकारी ट्यूबवेल है| जिसमें से ट्यूबवेल नंबर 72 पुरी तरह ध्वस्त हो गया है| जिससे किसानों की सैकड़ों बीघे जमीन बोने के लिए बंजर पड़ी है ,इन किसानों के पास सिचाई के कोई साधन नही है जिससे फ़सल उगाना मुश्किल हो रहा है ,जमीन होते हुए भी लोगों को समस्यायों का सामना करना पड़ रहा है | लगभग 50 से अधिक किसान इससे परेशान हैं , किसानों ने डीएम और नलकूप विभाग को ज्ञापन दिया है| लेकिन अभी तक आश्वाशन के सिवा कुछ नही मिला |
लोगो का कहना है की 20 दिन से वह लोग ट्यूबवेल के कारण परेशान हैं| जो खेत बोए थे वह फसल भी सूख रही है| इस समय पलेवा का मौसम है और पानी नहीं मिल पा रहा जिससे खेत सूखकर बंजर हो रहे है| सैकडो बीघे फ़सल सूखना आम बात नहीं है लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं फसल सूख जाने किसानों के पास खाने के लिए राशन है इसलिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है| किसानों ने अधिकारियों को ज्ञापन छतरपुर: आदिवासी परिवार से खाली कराया जा रहा है जमींन, एसडीएम को दिया ज्ञापन दिया है और मांग की है की जल्द ट्यूबवेल बनवाया जाय आश्वासन से कुछ नहीं होता हमें समस्या का समाधान चाहिए | किसानों ने ये बताया कि अगर अधिकारी जल्द ही कोई व्यवस्था नहीं कराते तो वह लोग रोड जाम करेगे और ऊपर बड़े अधिकारी तक जाएगे|
किसानो ने बताया अभी तो डी एम ने हमारा ज्ञापन ले लिया है और ट्यूबवेल ठीक करने का आश्वासन दिया है लेकिन हम चाहते है जल्द जल्द हमें ट्यूबवेल ठीक करा हुआ चाहिए ,क्युकी अगर फसल नही हुई तो हम अपने बच्चों को क्या खिलायेगे कैसे उनका भरण पोषण करेंगे|
जलकूप खंड के सहायक अभियन्ता का कहना है कि नलकूप की आयू 17 साल होती है वह बहुत पुराना है इसलिए ध्वस्त हो गया है उसके बदले दूसरा लगेगा इसके लिए शासन से मांग की जाएगी|