बांदा शहर के फेमस प्रचीन छवि तालाब में अचानक से 1 जून से ताबड़ तोड़ मछलियाँ मरते देख लोग असमंजस में पड़ गये और तुरंत नगर पालिका को सूचना दी। फिलहाल अब मरी हुई मछलियों को नगर पालिका द्वारा निकाला जा रहा है।
लोगों का कहना है कि यह बहुत पुराना तालाब है। लोग पहले खूब निस्तार करते थे और इसी तालाब में त्यौहार भी मनाते थे। इस तालाब का तीन बार सरकार द्वारा सुन्दरीकरण कराया गया। लेकिन नगर पालिका वाले शहर का पूरा कचड़ा यहीं डालते है। जिसके करण गंदगी रहती है पर तीन दिन से मछलियों के मरने के कारण और भी गंदगी है। लोग बीमार हो रहे हैं।
लोगों का कहना है कि इस तालाब का पानी बदला जाए। यहां की जो मछलियां मरी हुई है उनको बाहर निकालकर गड्ढा खोदकर वहां दबाया जाए।इतनी ज्यादा गंदगी है कि पूरे मोहल्ले के लोग परेशान हैं। जैसे ही हवा चलती है तो घर के अंदर पूरी बदबू भर जाती है। जब हमने लोगों से पूछा की कितनी मछलियां मरी है और कितने का नुकसान हुआ होगा, क्या इस तालाब में किसी का ठेका था? लोगों ने बताया कि इस तालाब में किसी का ठेका नहीं था। मछलियां ऐसे ही आ जाती थी और पड़ी रहती थी। इसलिए वह नुकसान के बारे में तो कुछ नहीं बता सकते। लेकिन वह चाहते हैं कि जल्द से जल्द ही यहां की गंदगी साफ की जाए।
इस मामले को लेकर नगर पालिका बांदा सुपरवाइजर संतोष कुमार का कहना है कि जैसे उनको सूचना मिली थी कि छवि तालाब में अधिक मात्रा में मछलियां मरी हैं तभी से उन्होंने अपने कर्मचारियों को तालाब की सफाई में लगा दिया है। गड्ढे खुदवाकर उसमें मरी हुई मछलियों को डाल दिया गया है।
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