जिला बांदा ब्लॉक नरैनी गांव परसहर यहां के रहने वाले विजय कुमार और दसिया दोनों पति पत्नी पैरों से दिव्यांग है| कोई भी मेहनत का काम नहीं कर पाते और इस समय कोरोना जैसी महामारी की स्थिति चल रही जिसके कारण जो बैठे-बैठे का काम होता था| कानपुर में छोटी मोटी कंपनियों में करते थे वह भी बंद चल रहा है | इसलिए वह काफी परेशान हो रहे हैं| क्योंकि जहां एक तरफ इस तरह की स्थिति में रोजगार बंद हुए हैं वही उनके पास राशन कार्ड भी नहीं बना| उनका कहना है कि सिर्फ उनको विकलांग पेंशन मिलती है उसी से किसी तरह गुजर करते हैं| वह भी 6 महीने में 3000 रुपए मिलती है | चार बच्चे हैं राशन कार्ड के लिए अप्लाई किया ऑनलाइन करवाया| जिसमें ₹100 के आसपास खर्च भी किया और नरैनी आने जाने का किराया भाड़ा भी लगा | लेकिन यह कहकर टाल दिया गया किस साइड नहीं खुली है और ना ही उनके रहने के लिए घर है उनका यह भी कहना है कि बिना पैसे के आवास भी नहीं मिले हैं| उनको अगर उनका राशन कार्ड बन जाए और आवास मिल जाए तो उनको भी काफी मदद मिल जाएगी|
इस मामले में मैंने नरैनी सप्लाई स्पेटस अरुण पान्डे से जाकर बात करने की कोशिश की तो ताला बंद था और फोन से कई बार बात करने की कोशिश की लेकिन उनका फोन नहीं उठा
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