बदलापुर यौन हिंसा मामले में आरोपी के परिवार वालों ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह जानबूझ के किया गया एनकाउंटर है क्योंकि उनका बेटा “एक मच्छर भी नहीं मार सकता।” परिवार वालों के अनुसार इसके पीछे राजनीतिक इरादे से की गई हत्या है।
महाराष्ट्र के बदलापुर के स्कूल में 4 और 5 साल की नाबालिग के साथ रेप करने वाले आरोपी की गोली लगने से मौत हो गई। यह घटना कल सोमवार 23 सितम्बर को मुंब्रा बाईपास पर हुई। आरोपी अक्षय शिंदे को जाँच के लिए ठाणे ले जा रहे थे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जानकारी दी कि आरोपी की पूर्व पत्नी ने यौन हिंसा का मामला दर्ज कराया था। आरोपी ने गाड़ी में बैठे एक अधिकारी की बंदूक छीन ली और तीन बार गोली चलाई थी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में आरोपी को गोली लग गई। आरोपी के परिवार वालों ने और विपक्ष ने जाँच की मांग की है। आज मंगलवार 24 सितम्बर को आरोपी अक्षय शिंदे के शव को पोस्टमार्टम के लिए मुंबई के जेजे अस्पताल ले गए हैं। अगस्त में हुई बदलापुर रेप मामले की यह घटना पर काफी चर्चा में रही थी क्योंकि भारी संख्या में लोगों ने पटरियों पर धरना प्रदर्शन किया था।
बदलापुर में हुई एक घटना जिसमें एक 24 वर्षीय सफाई कर्मचारी ने स्कूल के शौचालय में दो छोटी बच्चियों के साथ कथित रेप किया था जिसे लेकर लोगों ने काफी हंगमा भी किया था। इससे जुड़ी खबर कल सामने आई कि उस आरोपी की गोली लगने से मौत हो गई। इस विषय में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “बदलापुल मामले में आरोपी की पूर्व पत्नी ने लैंगिक अत्याचार का मामला दर्ज कराया था। इसमें उसे (अक्षय शिंदे को) जांच के लिए ले जाया जा रहा था। इस दौरान उसने एक पुलिसकर्मी नीलेश मोरे पर गोली चलाई जो घायल हो गया उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आत्मरक्षा में यह कार्रवाई की। जांच के बाद और जानकारी सामने आएगी…”
#WATCH मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “बदलापुल मामले में आरोपी की पूर्व पत्नी ने लैंगिक अत्याचार का मामला दर्ज कराया था। इसमें उसे (अक्षय शिंदे को) जांच के लिए ले जाया जा रहा था। इस दौरान उसने एक पुलिसकर्मी नीलेश मोरे पर गोली चलाई जो घायल हो गया उसे अस्पताल… https://t.co/SlvpuUGfPM pic.twitter.com/5DD3asRxd3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 23, 2024
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार आरोपी के परिवार वालों ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह जानबूझ के किया गया एनकाउंटर है क्योंकि उनका बेटा “एक मच्छर भी नहीं मार सकता।” परिवार वालों के अनुसार इसके पीछे राजनीतिक इरादे से की गई हत्या है।
विपक्ष उठा रहा सवाल
विपक्ष के नेता इस घटना का विरोध करते नज़र आए। उनका मानना है यदि आरोपी को हथकड़ी लगी थी तो उसने गोली चलाई कैसे? राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने कहा, “आरोपी को कानूनी तरीके से फांसी की सजा मिलनी चाहिए थी। गृह विभाग ने आरोपी को स्थानांतरित करते समय जो लापरवाही बरती, उससे गंभीर संदेह पैदा होता है।”
विपक्ष ने कहा सबूत मिटाने की साजिश
महाराष्ट्र के प्रतिपक्ष नेता विजय वडेट्टीवार ने इस घटना की न्यायिक जांच की मांग की है। रिपोर्ट के अनुसार इसके पीछे एक यह भी वजह है क्योंकि जिस स्कूल में यह घटना हुई उसके तार भारतीय जनता पार्टी से जुड़े थे। विजय वडेट्टीवार ने कहा कि, “ऐसे समय में जब भाजपा से जुड़े स्कूल ट्रस्टी फरार हैं, मुख्य आरोपी को पुलिस ने मार डाला। क्या यह सबूत मिटाने की कोशिश है? जब उसके हाथ बंधे हुए थे, तो वह पिस्तौल कैसे हासिल करने में कामयाब हो गया? हमें इस मामले में पुलिस की भूमिका पर हमेशा संदेह रहा है। इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।”
यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते हैतो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’