बिजली कटौती सिर्फ किसानों की ही नहीं बल्कि सरकारी नौकरियों व पेपरों की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए भी परेशानी का कारण है।
अयोध्या जिले में बिजली की लगातार कटौती की वजह से किसान फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। साथ-साथ नगरीय क्षेत्रों के व्यापारी व सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले छात्र भी बिजली न होने से परेशान हैं। लोगों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, 24 घंटों में से सिर्फ 8 घंटे ही बिजली आ रही है और उसमें भी बीच-बीच में बिजली कट जाती है।
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बिजली न होने से रुकी सिंचाई
रमेश कुमार, तारुन ब्लॉक के गांव जाना बाज़ार, खपराडीह के पुरवे चिढावायिवा गांव के किसान हैं। उनका कहना है कि इस समय बिजली न के बराबर आती है। बहुत ज़्यादा अगर आती है तो 6 घंटे बस। इस समय फसलों की सिंचाई के लिए बिजली की ज़रूरत है। उन्होंने अपने खेत में धान,गन्ना व अन्य छोटी-मोटी फसलें लगा रखी हैं। बिजली को लेकर उन्होंने कई बार शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। मोबाईल चार्ज करना हो तो मार्किट लेकर जाना पड़ता है।
अन्य ग्रामीण शेषराम का कहना है कि गांव में बिजली सिर्फ ठंडियों में ही ठीक रहती है। 10 -12 घंटे रहती है लेकिन उस समय उन लोगों को न तो सिंचाई का काम करना होता है और न ही बिजली का ज़्यादा इस्तेमाल होता है। गर्मियों में ज़्यादा ज़रूरत पड़ती है। कटाक्ष करते हुए कहा,’सरकार ने कहा था कि बिजली का बिल आधा कर देंगे। किसानों का तो पूरा माफ़ कर देंगे।’
आगे कहा,’हम लोगों को माफ़ करने की बजाय बिजली अगर टाइम से दे दी जाए तो हम लोग अपनी फसलों को सही से उगा लें।’
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पढ़ाई में आती मुश्किलें
बिजली कटौती सिर्फ किसानों की ही नहीं बल्कि सरकारी नौकरियों व पेपरों की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए भी परेशानी का कारण है। नाका बाईपास की रहने वाली कोमल बताती हैं, पूरा-पूरा दिन लाइट नहीं रहती। आखिरी महीने में उनके पेपर हैं। वह PET का पेपर दे रही हैं। परीक्षा की तारीख भी फाइनल हो चुकी है। बिजली न होने की वजह न फोन चार्ज हो पाता है और न ही गर्मी की वजह से पढ़ाई हो पाती है।
खबर लहरिया ने बिजली की कमी से होती समस्या को लेकर बिजली विभाग के जेई सौरभ कुमार से बात की। उनका कहना था कि किसी काम की वजह से पूर्ति में कमी आ रही थी। फिर से भरपूर पूर्ति की जाएगी।
सिंचाई व छात्रों की परीक्षा, दोनों ही गंभीर समस्याएं हैं जिस पर ध्यान देने के साथ-साथ उसका समाधान निकालने की ज़रूरत है।
इस खबर की रिपोर्टिंग कुमकुम द्वारा की गई है।
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