अयोध्या में हुए धमाके की आवाज दूर तक सुनी गई। मकान की एक-एक ईंट बिखर गई। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में स्थित पगला भारी गांव में बीते गुरुवार को एक भीषण धमाके से मकान ढह गया जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश के आयोध्या जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। आयोध्या में भदरसा-भरतकुंड नगर पंचायत है. इसी नगर पंचायत में पगलाभारी गांव है। अभी इस गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। दरअसल कल यानी 9 अक्टूबर 2025 को पगलाभारी गांव में एक ज़ोरदार धमाका हुआ। इस भीषण धमाके में एक मकान ढह गया और इस मकान में रहने वाले परिवार के पांच सदस्य की मौत हो गई। घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सोचने वाली बात यह कि इस ब्लास्टिंग का असली कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है लेकिन ब्लास्टिंग इतनी तेज थी कि मकान के ईंटें और गैस सिलेंडर जैसे चीजें टुकड़ों में तब्दील हो गई है। जानकारी के अनुसार गांव वालों का कहना है कि इस धमाके की आवाज दूसरे गांवों और कई दूर तक सुनाई पड़ी है।
मौके पर फारेसिंक की टीम जांच के लिए पहुंच चुकी है। जांच के बाद ही ब्लास्ट की सही वजह पता चलेगी।
अयोध्या में मकान में विस्फोट, 5 लोगों की मौत
अयोध्या के पूराकलंदर थाना क्षेत्र के पगला भारी गांव में एक घर में हुए भीषण धमाके से पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हैं. धमाके की वजह अवैध पटाखे बताई जा रही है, हालांकि सिलेंडर या कुकर ब्लास्ट की आशंका भी जताई जा रही है.… pic.twitter.com/NFicoE9MWd
— NDTV India (@ndtvindia) October 9, 2025
अयोध्या ब्लास्ट पर यूपी शासन का बयान
अयोध्या में घटना पटाखा विस्फोट की ना होकर एलपीजी सिलेंडर फटने की प्रतीत हो रही है। डीएम और एसपी मौके पर मौजूद हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर संज्ञान लेते हुए स्थिति पर लगातार सतर्क निगाह रखने के निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुखद हादसे का संज्ञान लिया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। सीएम ने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने और उनका समुचित इलाज सुनिश्चित करने के लिए कहा। साथ ही, उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। घटना की समीक्षा भी की जा रही है। पूरे प्रदेश के उच्च अधिकारियों के साथ बड़ी बैठक की जा रही है।
अयोध्या की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दु:खद है।
मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति, शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 10, 2025
आंखों देखा हाल
जानकारियों के मुताबिक गांव वाले (जिन्होंने घटना देखा है) लोगों के अनुसार धमाके से सिर्फ पगलाभारी गांव ही नहीं कई किलोमीटर दूर तक के गांव दहल उठे। लोग हड़बड़ाकर अपने घरों से बाहर भागे, आसमान में धूल का गुबार छा गया था। रामकुमार गुप्ता का नया मकान एक पल में मलबे के ढेर में तब्दील हो चुका था। गांव में अफरातफरी का माहौल था। एक-एक ईंट बिखर चुकी थी। जहां कुछ देर पहले एक घर था वहां अब सिर्फ तबाही का मंज़र था। रातभर, पुलिस की टीमें, डॉग स्क्वायड के साथ, मलबे को खंगालती रहीं। मृतकों में रामकुमार गुप्ता (मकान मालिक) , उनके 2 बेटे लव (8) और यश, बेटी इशी और साली वंदना शामिल हैं।
इस घटना का दूसरा पहलू
अमर उजाला के रिपोर्टिंग अनुसार पूराकलंदर थाना क्षेत्र के पगलाभारी गांव में पिछले साल भी रामकुमार गुप्त के घर पर विस्फोट हुआ था। इसमें दो मंजिला मकान मलबे में तब्दील हो गया था। इस घटना में चक्की पर आटा लेने आई गांव की ही एक लड़की के साथ रामकुमार की मां और पत्नी की मौत हुई थी। घटना के बाद गांव की आक्रोशित महिलाओं ने अगले दिन विरोध प्रदर्शन किया था। गांव वाले बताते हैं कि इससे पहले भी तीन बार रामकुमार के घर पर विस्फोट हो चुका था। वर्ष 2024 में हुई घटना के बाद रामकुमार ने माना था कि वह पटाखे का कारोबार करता है। एक साथ पटाखे खरीदकर घर पर रख लेता था और उसकी बिक्री करता था। पगलाभारी गांव में 13 अप्रैल 2024 को भी इसी रामकुमार गुप्ता के घर में विस्फोट हुआ था। विस्फोट में दो मंजिला मकान पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गया था। रामकुमार ने मकान में आटा चक्की लगा रखा था। पड़ोस के मौर्या का पुरवा गांव निवासी रामकुमार कोरी की बेटी प्रियंका (19) आटा लेने पहुंची थी। विस्फोट के बाद मकान के मलबे में दबने से उसकी मौत हो गई थी।
डीएम ने क्या बताया
जानकारी के अनुसार डीएम ने कहा कि शुरुआती जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि धमाका किचन एरिया में हुआ होगा, क्योंकि वहां बर्तन पूरी तरह क्षतिग्रस्त अवस्था में मिले हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह केवल प्रारंभिक अनुमान है और विस्फोट के वास्तविक कारण का पता फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा। वहीं, एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि रामकुमार ने एक साल पहले गांव के बाहर नया मकान बनवाया था और तब से वह अपने पूरे परिवार के साथ वहीं रह रहा था। उनके मकान के आसपास कोई दूसरा घर नहीं था। ब्लास्ट की जांच की जा रही है।
बता दें एक दिन पहले बुधवार को कानपुर में स्कूटी में ब्लास्ट हुआ था। जिसमें 8 लोग घायल हो गए थे।
Kanpur Blast : कानपुर में खड़ी दो स्कूटी में धमाका, 8 लोग घायल
पूरी जानकारी सामने आने पर आगे की खबर अपडेट की जाएगी।
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