25 नवंबर से 10 दिसंबर तक एक कैंपेन चलाया जाता है जिसका नाम है, “16 Days Of Activism या 16 दिवसीय अभियान।”
16 दिवसीय महिला हिंसा उन्मूलन पखवाड़े के तीसरे दिन यानी 27 नवंबर 2023 को बांदा जिले के नरैनी ब्लॉक में महिलाओं ने जागरूकता रैली निकाल कर महिला हिंसा का विरोध किया। साथ ही इन महिलाओं ने महिला हिंसा को लेकर मौजूदा कानून पर भी लोगों से बात की।
ये भी देखें – महिला हिंसा को लेकर जागरूक कर रहा सहजनी शिक्षा केंद्र
जागरूकता रैली के दौरान वनांगना संस्था की वरिष्ठ संदर्भदाता समूह शबीना मुमताज ने बताया कि 16 दिनों की सक्रियता एक अंतरराष्ट्रीय समाज के नेतृत्व वाला अभियान है जो हर साल 25 नवंबर को महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में शुरू होता है। और 10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस के अवसर पर समाप्त होता है।
उन्होंने बताया कि उनकी संस्था ने 25 नवंबर से इस जागरूकता रैली की शुरुआत की है। जिसमें जमवारा, नसेनी, गोरेपुरवा, पटेलनगर, चंद्रनगर, पडमई,, सकरीहा, लहुरेटा, शंकर बाज़ार, पुकारी की 30 युवातियाँ शामिल रहीं। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि नरैनी ब्लॉक के 15 गांव में ये अभियान चलेगा। इस अभियान का नाम “तरंग मेरे सपने, मेरी उड़ान” रखा गया है।
लखनऊ सहयोग संस्था से आईं आराधना सिंह व रजनी ने युवतियों, महिलाओं एवं पुरूषों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि घरेलू हिंसा, शारीरिक उत्पीड़न, यौन उत्पीड़न, आर्थिक उत्पीड़न, मानसिक उत्पीड़न से 10 में से तीन महिलाएं घरेलू हिंसा का शिकार होती हैं। ऐसे में ज़रूरी है महिलाओं को शरीरिक हिंसा के साथ ही मानसिक हिंसा के प्रति भी जागरूक किया जाए। साथ ही महिला हिंसा को रोकने के लिए पुरुषों का महिला हिंसा के प्रति संवेदनशील होना भी बहुत ज़रूरी है।
इस मौके पर संस्था कार्यकर्ता श्यामकली, राधेश्यम, रानी देवी, शिवशंकर व वालेंटियर कुलदीप शामिल रहे। तरंग कार्यक्रम लीडर रीमा, समरीन, सीरिन, रूबी, निशा, आरती, नीता, लक्ष्मी, वंदना, कुसुमा, सिलोचना, लीलावती, मुबीना, नेहा ने रैली की अगुवाई की।
यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’