एनडीआरएफ अधिकारी एन. तिवारी ने जानकारी दी कि यहां आर्मी की टीम, नौसेना, सेना, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और गोताखोर की टीम बचाव कार्य में लगी हुई है।
द्वारा लिखित – सुचित्रा
असम के दीमा हसाओ जिले में 3 किलो क्षेत्र में कोयला खदान के अंदर फंसे श्रमिकों में से एक का शव आज बुधवार 8 जनवरी 2025 को बचाव अभियान के द्वारा निकाला गया। जानकारी के अनुसार करीब 9 श्रमिक 6 जनवरी 2025 को खदान में पानी भरने की वजह से फँस गए थे। हालांकि, कहीं कहीं यह संख्या 15 भी बताई गई है। कोयला खदान में अभी भी बचाव का काम जारी है।
राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (NDRF) कमांडेंट, एच.पी.एस. कंडारी प्रथम बटालियन से हैं। उन्होंने बताया कि कोयल खदान में फंसे श्रमिकों को जल्दी से जल्दी बाहर निकालने का प्रयास कर रहे हैं। यह बचाव अभियान कल मंगलवार 7 जनवरी से आज फिर से आगे बढ़ाया गया। उन्होंने बताया कि गोताखोर बार बार खदान में कल से अंदर खदान में श्रमिकों की खोज में लगे थे पर तब कुछ नहीं मिला था, लेकिन 48 घंटे बाद आज सुबह फिर से जब गोताखोर खदान में गए तब जाकर एक शव बरामद हुआ।
#WATCH भारतीय सेना और NDRF का संयुक्त अभियान चल रहा है। एक शव बरामद हुआ है, जिसे ऊपर लाया गया है: एच.पी.एस. कंडारी, प्रथम बटालियन, NDRF कमांडेंट pic.twitter.com/nvgUFcd7UV
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 8, 2025
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बचाव अभियान अब भी जारी
NDRF अधिकारी एन. तिवारी ने जानकारी दी कि यहां आर्मी की टीम, नौसेना, सेना, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और गोताखोर की टीम बचाव कार्य में लगी हुई है।
#WATCH असम: दीमा हसाओ ज़िले के 3 किलो इलाके में एक कोयला खदान में फंसे 9 लोगों को बचाने के लिए बचाव अभियान जारी है। pic.twitter.com/9ltTZaXOD0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 8, 2025
खदान के अंदर पानी का स्तर लगभग 100 फीट बढ़ा
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उन्होंने कोयला मंत्री किशन रेड्डी से बात की है। कोयल मंत्री से उन्हें आश्वासन दिया है कि कोल इंडिया की एक टीम बुधवार से बचाव अभियान में शामिल होगी। उन्होंने ये भी जानकारी दी कि खदान के अंदर पानी का स्तर लगभग 100 फीट तक बढ़ गया है।
कोयला खदान में फंसे श्रमिकों की पहचान
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार 340 फीट गहरी खदान में फंसे मजदूरों की पहचान गंगा बहादुर श्रेथ, हुसैन अली, जाकिर हुसैन, सरपा बर्मन, मुस्तफा शेख, खुशी मोहन राय, संजीत सरकार, लिजान मगर और सरत गोयारी के रूप में की गई।
एफआईआर दर्ज और एक गिरफ्तार
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि यह कोयला खदान अवैध लगती है। पुलिस ने इस संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने घटना की जांच के लिए खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम, 1957 की धारा 21(1) के साथ धारा 3(5)/105 बीएनएस का हवाला देते हुए उमरंगसो पीएस केस संख्या: 02/2025 के तहत एफआईआर दर्ज की है। इस मामले के संबंध में पुनीश नुनिसा नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा नेअपने सोशल मीडिया X पर पोस्ट के माध्यम से दी।
The Navy team is now spearheading the rescue efforts. https://t.co/IRIyde93AQ pic.twitter.com/GcHyoribrw
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) January 7, 2025
कोयल खदान में काम करने वालों की जिंदगी सच में दाव पर लगी होती है। श्रमिकों के लिए सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए जाते जिस वजह से इस तरह की घटना के वे शिकार हो जाते हैं।
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