भीटी ब्लॉक, जिला अंबेडकर नगर में रहने वाली आशा कार्यकर्ताओं को पिछले 3-4 महीने से वेतन नहीं मिला हैं, जिसके कारण उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। कुछ महिला कार्यकर्ताओं का घर आशा केंद्र से मिले वेतन पर ही चलता है। वेतन समय पर नहीं मिलने से उनकी रोज़ी -रोटी पर काफी असर पड़ रहा हैं। लेकिन काम थमने का नाम नहीं लेता, हल ही में उन्हें एक फॉर्म मिला जिसमे 30 साल से ऊपर के लोगो की जानकारी लेनी थीं कि वह किसी बीमारी से ग्रस्त तो नहीं। इससे तंग आकर इन कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन शुरू किया।
डब्लूएचओ ने पिछले ही महीने इन आशा कार्यकर्ताओं को ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने और देश में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ अभियान में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए सम्मानित किया हैं। लेकिन, इसके बावजूद इन कार्यकर्ताओं को उनकी महेनत का भुगतान नहीं मिल रहा हैं।
ये भी देखें – बाँदा : 4 वर्षीय नाबालिग ने पड़ोसी पर लगाया गलत काम का आरोप
जब जिला अधिकारी से ये महिलाये उनके ऑफिस पहुंची और उनसे वेतन न मिलने का कारण पुछा तो उन्होंने बस सदा सा जवाब दिया कि इनके पास बजट नहीं है। इन महिला कार्यकर्ताओं ने पिछले साल अक्टूबर के महीने में भी वेतन को लेकर लखनऊ में धरना प्रदर्शन किया था, लेकिन उससे भी कोई बदलाव देखने को नहीं मिला। बस उनको आश्वासन देकर धरने को बंद करवा दिया था। इस बार भी यह महिलाये लखनऊ और अन्य ब्लॉक में धरना प्रदर्शन कर रही हैं।
ये भी देखें – चित्रकूट : ट्रक ड्राइवर पर छेड़खानी का आरोप
जिला अध्यक्ष, मीरा सिंह के मुताबिक कुछ लोगो के खाते में पैसे आ चुके है, ये कोविड के दौरान किये गए सर्वे के पैसे हैं। लेकिन पिछले कुछ महीनो के इंसेंटिव भी अब तक इन्हे नहीं मिले है।
जिला अधिकारी को ज्ञापन भी कई बार भेजा जा चूका है, लेकिन उसके उसके बावजूद इन महिला कार्यकर्ताओं को अभी तक वेतन नहीं मिला है। जब उनके घरो में खाने-पीने के लाले पड़ने लगे, तो तंग आकर उन्होंने धरना- प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इनकी बस यही मांग है इनको वक़्त पर वेतन मिल जाए जिससे इनका घर द्वार ठीक से चल सके।
ये भी देखें – हमीरपुर: महिला ने ससुराल वालों पर मारपीट का लगाया आरोप, कहा “बच्चा भी छीन लिया”
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’