कर्नलगंज थाने के प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में जांच चल रही है और अभी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। छात्रा की मेडिकल की प्रक्रिया पूरी की जा रही है और उसके बाद मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया जाएगा।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर द्वारा 23 वर्षीय बी.ए थर्ड ईयर की छात्रा के साथ यौन शोषण व आपराधिक धमकी का मामला सामने आया है। प्रयागराज पुलिस द्वारा छात्रा की शिकायत के बाद रविवार, 4 फरवरी को आरोपी पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 376 और 506 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज़ किया है।
क्विंट हिंदी की रिपोर्ट के अनुसार, कर्नलगंज थाने के प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में जांच चल रही है और अभी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। छात्रा की मेडिकल की प्रक्रिया पूरी की जा रही है और उसके बाद मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया जाएगा।
वहीं पीआरओ जया कपूर ने कहा, “कुलपति महोदया ने शिकायती पत्र का संज्ञान लेते हुए उसे इंटरनल कंप्लेंट्स कमिटी (ICC) को रेफर कर दिया है। इंटरनल कंप्लेंट्स कमिटी इसको इन्वेस्टिगेट कर अपनी रिपोर्ट देगी।”
ये भी पढ़ें – चित्रकूट : शादी का झांसा देकर बनाये यौन संबंध के मामले में पुलिस ने लगाई गलत धारा
अखिलेश यादव ने भाजपा पर लगाया आरोप
इस घटना को 2023 में बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में हुई घटना के साथ जोड़ा जा रहा है जिसमें एक छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई थी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव इलाहबाद में हुए मामले को लेकर भाजपा पर आरोप लगाया। उन्होंने X पर लिखा,
“पहले बीएचयू में एक छात्रा के साथ… फिर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एक छात्र के साथ और फिर बीएचयू में दुबारा एक और अभद्रता और आपराधिक दुर्व्यवहार की वारदात… भाजपा सरकार में बिगड़ती शिक्षा व्यवस्था की क्रोनोलॉजी जनता समझ रही है। ऐसी घटनाएँ शिक्षा के माहौल को ख़राब करती हैं।
लगता है भाजपा सरकार जानबूझकर ऐसा माहौल बना रही है कि लोग पढ़े नहीं, जिससे युवाओं को नौकरी देने का दबाव भाजपा सरकार पर न पड़े और नौकरी-बेरोज़गारी चुनावों में मुद्दा न बन पाए।”
विभाग को दिए शिकायत पत्र में बताई पूरी घटना
छात्रा ने पिछले महीने की 31 जनवरी को अपने विभागाध्यक्ष को भी शिकायत पत्र लिखा था। शिकायत में पत्र में लिखा कि,” 15 जनवरी 2024 की शाम को इन्होंने (प्रोफेसर) मुझे लवकुश पार्क बुलाया और मना करने पर सुसाइड की धमकी दी।”
“इस डर से मैं प्रोफेसर के बुलाए जगह पर चली गई। वहां उन्होंने कहा कि एक सार्वजनिक जगह पर एक शिक्षक का तुम्हारे साथ बैठना सही नहीं है इसलिए वे मुझे अपने कमरे पर ले गए और वहां पर मेरे साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद मेरी स्थिति खराब हो गई और मैं अपने कमरे पर लौट नहीं सकी। मुझे मजबूरी में वहां रात में रुकना पड़ा। सुबह लौटते समय मुझे फिर धमकी दी कि अगर यह किसी को बताओगी तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा।”
पुलिस के अनुसार, छात्रा ने बताया कि सहायक प्रोफेसर ने पिछले साल उसे प्रोपोज़ किया था जिसे उसने मना कर दिया था। इसके बाद आरोपी उसे लगातार कॉल और मेसज करने लगा। जब उसने नंबर ब्लॉक कर दिया तो वह उसे अलग-अलग नंबरों से फोन करता। छात्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपी द्वारा कैंसर से पीड़ित होने का झूठा दावा कर उसे भावनात्मक तौर पर भी ब्लैकमेल करने की कोशिश की।
पुलिस द्वारा फ़िलहाल आगे की कार्यवाही के लिए मेडिकल की रिपोर्ट का इंतज़ार किया जा रहा है। वहीं विश्विद्यालयों में बढ़ती असुरक्षा व इस तरह के मामले सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा महिलाओं व लड़कियों को दी जा रही सुरक्षा की बातों पर अहम सवाल खड़े करते हैं।
यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’