दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए है एक बार फिर आम आदमी पार्टी ने 63 सीट से जीत हासिल की है | लेकिन आपको बता दें की इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के अखिलेश पति त्रिपाठी ने भी तीसरी बार चुनाव जीत कर अपनी अलग छाप छोड़ी है.
अखिलेश पति त्रिपाठी मूल रुप से उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर के मेंहदावल के रहने वाले हैं. आपको बता दें कि अखिलेश दिल्ली में आईएएस की तैयारी करने आये थे। अखिलेश एक माध्यम वर्गीय परिवार से है. अखिलेश के पिता अभयपति त्रिपाठी रिटायर शिक्षक हैं।अखिलेश ने 1998 में हाईस्कूल 2000 में इंटरमीडिएट की परीक्षा डीएवी इंटर कॉलेज से की थी। 2003 में ईसीसी कॉलेज इलाहाबाद से बीए और 2005 में प्राचीन इतिहास विषय में परास्नातक किया। 2006 तक इलाहाबाद में रह कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते रहे। साल 2007 में दिल्ली में आईएएस की तैयारी करने आये थे। आईएएस के शुरूआती परीक्षा को पास करने वाले अखिलेश इंटरव्यू क्लियर नहीं कर सके। इसी बीच अखिलेश अन्ना आंदोलन से जुड़े। और राजनीति को बदलने के लिए आम आदमी पार्टी बनने के बाद वो इस पार्टी से भी जुड़ गए। आम आदमी पार्टी ने उनको 2013 में मॉडल टाउन विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा और वह पहली बार विधायक बने. वह इस सीट से लगातार विधायक चुने जाने वाले कांग्रेस के कुंवर करण सिंह को काफी अंतर से हराया।और फिर जीत का शिलशिला शुरू हुआ. तो 2015 में भी उन्होंने जीत का परचम लहराया। और इस बार भी भाजपा के कपिल मिश्रा को 11133 वोटों से हराया है। अखिलेश पति को 52594 वोट मिले जबकि कपिल मिश्रा को 41357 वोट. आपको बता दें कि कपिल मिश्रा पहले आम आदमी पार्टी में ही थे जो पार्टी को छोड़ के भाजपा में चले गए है.
अखिलेश जनहित के मुद्दों को लेकर लगातार सक्रिय रहे हैं। तभी उन्हें इतना प्यार मिला कि वो तीसरी बार भी चुनाव जीते है. हालांकि कई बार वो विवादों में भी घिरे, जेल भी गए हैं। अन्ना आंदोलन के दौरान एक लड़की से बलात्कार और फिर उसकी हत्या का आरोप भी लगा जिसके लिए उन्हें जेल जाना पड़ा लेकिन 12 दिनों में ही छूट गए. जनता के प्यार ने अखिलेश पति को फिर से विजयी बनाया.