खबर लहरिया Blog महाराष्ट्र के बाद अब उत्तर-प्रदेश में साधुओं की हत्या

महाराष्ट्र के बाद अब उत्तर-प्रदेश में साधुओं की हत्या

महाराष्ट्र के पालघर में बीते 17 अप्रैल को दो साधुओं की पीट-पीटकर हत्‍या के बाद अब उत्तर प्रदेश में 27 अप्रैल को दो साधुओं की हत्या की घटना सामने आई है। बुलंदशहर के अनूपशहर इलाके में दो साधुओं की मंदिर परिसर में सोते वक्त धारदार हथियार से हमला करके हत्या कर दी गई।

 

क्या है पूरा मामला?

साधुओं

बुलंदशहर के अनूपशहर कोतवाली के गांव पगोना में स्थित शिव मंदिर पर पिछले करीब 10 वर्षों से साधु जगनदास (55 वर्ष) और सेवादास (35 वर्ष) रहते थे। दोनों साधु मंदिर में रहकर पूजा करते थे। सोमवार (27 अप्रैल) की देर रात मंदिर परिसर में ही दोनों साधुओं की धारदार हथियारों से प्रहार कर हत्या कर दी गई। मंगलवार सुबह जब ग्रामीण मंदिर में पहुंचे तो उन्हें साधुओं के खून से लथपथ शव पड़े मिले। जानकारी पुलिस को दी जिसके तुरंत बाद अधिकारी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने एक युवक पर शक जताया था। पुलिस उसकी तलाश में थी। उसे दो किलोमीटर दूर दूसरे गांव से गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस का दावा है कि हिरासत में लिया गया आरोपी मुरारी लंबे समय से भांग के नशे का आदी है। आरोपी पर दो दिन पहले साधुओं का चिमटा चुराने का भी आरोप लगा था। इसी बात को लेकर साधुओं और आरोपी मुरारी के बीच कहासुनी हुई थी। इस दौरान आरोपी मुरारी ने दोनों साधुओं को अंजाम भुगत लेने की धमकी भी दी थी।

समाचार पत्रों से मिली ख़बरों के अनुसार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि कुछ दिन पहले आरोपी ने साधुओं का चिमटा छीन लिया था, जिसके बाद साधुओं ने उसे डांटा था। इससे नाराज होकर आरोपी ने दोनों साधुओं की हत्या कर दी। मामले की जांच की जा रही है।
देश जिस वक्त कोरोना वायरस महामारी के संकट से जूझ रहा है, उस वक्त दो संतों की हत्या का मामला चिंता का विषय किया जा रहा है सोशल मीडिया पर लोग टवीट कर इसकी कड़ी निंदा और जल्द से जल्द कार्यवाई की मांग कर रहे हैं। इसी घटना को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की और कड़ा एक्शन लेने की अपील की। बुलंदशहर मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सख्ती बरती है और अधिकारियों से तुरंत पूरे मामले को निपटाने के लिए कहा है।