इरफ़ान खान के बाद आज ऋषि कपूर ने कैंसर से लड़ते हुए अपना दम तोड़ा, शोक में
आज दुनियाँ एक तरफ जहाँ कोरोना जैसी महामारी से जूझ रही है वहीँ बॉलीबुड के दो महान हस्तियों की मौत ने फिल्म जगत के साथ ही फैन को भी झटका दे दिया। बॉलीबुड के ऐक्टर इरफ़ान खान की 29 अप्रैल को और ऋषि कपूर की 30 अप्रैल को मौत हो गई दोनों की अभिनेता कैंसर की बिमारी से ग्रसित थे।
67 वर्षीय अभिनेता ऋषि कपूर को 30 अप्रैल को सुबह मुंबई के एचएन.रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में निधन हो गया। अमिताभ बच्चन ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। ऋषि पिछले साल सितंबर में अमेरिका से भारत लौटे थे। वहां करीब एक साल तक उनका कैंसर ट्रीटमेंट चला। जानकारी के मुताबिक, ऋषि कपूर को चेस्ट में इन्फेक्शन, सांस लेने में दिक्कत और हल्का बुखार था ।
#RishiKapoor’s contribution to cinema will never be forgotten. Here are some of his iconic roles. #RIPRishiKapoor pic.twitter.com/Su5wbWZEZs
— Filmfare (@filmfare) April 30, 2020
2018 में ऋषि कपूर को कैंसर हुआ था। इलाज के लिए वो अमेरिका गए थे। वहां 11 महीने रहने के बाद पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे। अमेरिका में पूरे वक्त उनके साथ पत्नी नीतू ही थीं। बेटा रणबीर कपूर कई बार उनसे मिलने न्यूयॉर्क गए थे। ऋषि कपूर एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता, फ़िल्म निर्माता और निर्देशक थे। वह एक बाल कलाकार के रूप मे काम कर चुके है। उन्हें बॉबी फ़िल्म के लिए 1974 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार और साथ ही 2008 में फ़िल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने उनकी पहली फ़िल्म मेरा नाम जोकर में बाल कलाकार के रूप में शानदार भूमिका के लिए 1970 में राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त किया।
Multifaceted, endearing and lively…this was Rishi Kapoor Ji. He was a powerhouse of talent. I will always recall our interactions, even on social media. He was passionate about films and India’s progress. Anguished by his demise. Condolences to his family and fans. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 30, 2020
ऋषि कपूर के परिवार ने उनके नाम संदेश देते हुए कहा, “उन्होंने दो साल तक ल्यूकेमिया से जंग लड़ने के बाद दुनिया को अलविदा कह दिया. डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ बताते हैं कि उन्होंने जीवन के आखिरी लम्हों तक उनका मनोरंजन किया है. परिवार, दोस्त, खाना और फिल्में हमेशा से उनके ध्यान में रहती थीं. इलाज के दौरान जो भी कोई उनसे मिलने जाता था तो वह इस बात से हैरान हो जाता था कि ऋषि अपनी बीमारी को कभी भी अपने ऊपर हावी नहीं होने देते थे. वह अपने फैंस के प्यार के लिए आभारी थे, जो उन्हें दुनिया भर से मिलता था. ऋषि कपूर के निधन पर फैंस समझेंगे कि वह मुस्कान के साथ याद किया जाना पसंद करेंगे न कि आंसुओं के साथ.”