पटना जिला में पहली बार एक ऐसा रेस्ट्रॉन्ट खुला है जहाँ क्वीर समुदाय के लोगों को आज़ादी से काम करने का मौका मिला है। इस सपने को साकार किया है क्वीर समुदाय की सचिव और समाज सेविका रेशमा ने। उन्होंने इस रेस्ट्रॉन्ट का नाम भी ‘सतरंगी दोस्ताना रेस्ट्रॉन्ट’ रखा है। उनका इस नाम को रखने का उद्देश्य ये था कि यहाँ पर हर रंग के लोग आये और यह रेस्ट्रॉन्ट हमेशा सतरंगी बना रहे।
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इस रेस्ट्रॉन्ट को खोलने का उद्देश्य ये था कि वह क्वीर समुदाय के लोगों को आजादी से काम करने का मौका प्रदान कर सके। उनका कहना है कि ऐसे बहुत सारे क्षेत्र हैं जहाँ क्वीर समाज के लोग भी काम कर रहें है लेकिन एक ऐसा वातावरण जहाँ वह मन लगा कर खुलकर काम करे, हम ऐसा माहौल उन्हें देना चाहते थे।
वह कहती हैं कि बिना सरकार कि मदद से कोई काम मुमकिन नहीं होता और हमें चाहिए कि लोगों को उनकी पहचान को देखकर भेदभाव न किया जाए बल्कि एकजुट होकर हमे देश को आगे बढ़ाने का काम करना चाहिए। इसी से समाज में भी सुधार होगा और लोगों में अलगाव की भावना काम होगी।
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