जिला महोबा, ब्लॉक जैतपुर कोतवाली कुलपहाड़ तहसील कुलपहाड़ गांव सिरमौर में 60 साल के तुलसीदास नाम के व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। व्यक्ति आठ दिन से गायब था। 14 दिसंबर को लगभग 10 बजे गाँव से तीन किलोमीटर की दूरी पर परिवार को वह जंगल में पेड़ पर फांसी से लटका हुआ मिला। जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी।
जानकारी के अनुसार, गाँव का मैयादीन नाम का व्यक्ति उसके बेटे को रोज़गार के लिए लगभग डेढ़ महीने पहले ज़बरदस्ती लेकर गया था। वहां मशीन से उसके बेटे का एक पैर कट गया।
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मृतक की पत्नी गोरी बाई ने बताया कि उसका एक ही लड़का है इसलिए वह उसे कहीं जाने भी नहीं देती थी। जब उसके बेटे का पैर काटने पर भी इलाज नहीं हुआ तो उससे उसके पति सदमे थे। जिसकी वजह से उसने अपनी जान दे दी। उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि इलाज करवा सके। वह आगे कहती हैं कि पूरे गांव के लगभग डेढ़ सौ लोगों ने इकट्ठा होकर न्याय के लिए रोड भी जाम किया। वह आरोप लगाती हैं कि पुलिस को पैसा भर दिया गया है इसलिए पुलिस भी उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है।
वहीं मामले को लेकर दूसरे पक्ष मैयादीन का कहना है कि वह तुलसीदास के बेटे के इलाज में लगभग 4 लाख रुपये लगा चुका है। वह तो उसे मज़दूरी के लिए लेकर गया था। सब लेकर जाते हैं इसमें उसकी क्या गलती है। उन पर इलाज न करवाने का गलत आरोप लगाया जा रहा है।
इस मामले में कुलपहाड़ कोतवाली के प्रभारी उमेश कुमार ने बताया कि गुमशुदा की रिपोर्ट 10 दिसंबर को लिखवाई गयी थी। 7 दिसंबर से व्यक्ति लापता था। रिपोर्ट लिखवाने के बाद से ही वह तलाश में लग गए थे। 14 दिसंबर को सूचना मिली की उसकी मृत्यु हो गयी है। मामले का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आएगी तो उसके आधार पर कार्यवाही होगी।
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