Jasoos Ya Journalist, Hindi News, Mahoba News, Crime Scene
कबरई थाना क्षेत्र के विवेक नगर मोहल्ला निवासी रमेश विश्वकर्मा का छोटा बेटा यश 9 फरवरी से लापता था। इसकी सूचना कबरई थाने में दी गई थी। पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा लिखते हुए, बच्चे की तलाश शुरू कर दी थी। परिवार वालों का आरोप था कि वह कस्बा के वर्मा तालाब स्थित पहाड़ के पानी में डूब गया है।
जिसकी तलाश में पुलिस जुट गई थी। बाहर से गोताखोरों को भी बुलाया गया था, पर पुलिस बच्चे को ढूंढने में नाकाम रही। एक हफ्ते बाद यश का मरा हुआ शव उसी पहाड़ के पानी में तैरता हुआ मिला। यह सूचना आग की तरह पूरे शहर में फैल गई। पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया
वही परिवार वालों का आरोप था की यश शराब की दुकान में काम करता था। जिसके चलते 4 दिन पहले तीन लोगों से लड़ाई हुई थी। उन्हें शक था कि उन लोगों ने यश को किडनैप कर लिया है, और उसको मार दिया हैं। पर पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। एक हफ्ते तक न ही यश मिला, और न कि आरोपियों पर किसी तरह की कार्यवाही की गई है।
एक हफ्ते बाद जब यश का शव मिला तो पूरे शहर में यह खबर आग की तरह फैल गई, और सब को देखने के लिए लोग इकट्ठा हो गए। यश के शव को देखकर तरह तरह की बातें हो रही थी। लोग दबी जुबान से बातें कर रहे थे कि बच्चे को मार के फेका गया है।क्योंकि उसकी बॉडी में किसी तरह का कोई निशान नहीं था। उसके चेहरे से ब्लड निकल रहा था। वह सारे कपड़े पहने हुए था। उसकी बॉडी भी किसी तरह से खराब नही हुई थी। उसके शरीर से पानी भी नही निकला। और एक हफ्ते तक बॉडी अंदर रही कैसे। बॉडी को तो 3 दिन के अंदर ऊपर आ जाना चाहिए।
क्या लोगो का मानना सही है या गलत यह जांच का विषय है।
हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक एक नॉर्मल पानी में डूबने से बच्चे की मौत हुई है। और सात दिन से ही बच्चा पानी मे था। सर्दी का मौसम होने की वजह से बॉडी खराब नही हुई। हालांकि की पुलिस अभी भी इस मामले को जांच कर रही है।
अब देखना यह है कि पुलिस किस तरह की जांच करती है। पुलिस की जांच में क्या निकलता है। कुछ निकलता भी है या नही। ये जांच के बाद ही पता चलेगा।