5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार-2023 के अंतर्गत ओडिशा को ‘सर्वश्रेष्ठ राज्य’ / ‘Best State’ श्रेणी में प्रथम स्थान पुरस्कार दिया गया तो दूसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही बाँदा जिले को ‘सर्वश्रेष्ठ जिला’ (उत्तरी क्षेत्र) / Best District (North Zone) की श्रेणी के लिए पुरस्कार दिया गया। यह पुरस्कार जल शक्ति मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कल मंगलवार 22 अक्टूबर 2024 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय जल पुरस्कार से विजयेताओं को सम्मानित किया। यह पुरस्कार जल संसाधन संरक्षण और प्रबंधन में उनके काम के लिए दिया गया है।
राष्ट्रीय जल पुरस्कार में राज्यों द्वारा जल प्रबंधन और जल संरक्षण का सबसे अच्छा काम करने के लिए दिया गया है। जल प्रबंधन यानी पानी को लोगों तक पहुंचाने का काम, इसके लिए योजना बनाने का काम, विकास और जल संसाधनों का अच्छे से उपयोग करने का काम शामिल होता है। इसके साथ ही जल संरक्षण यानी पानी का बचाव ताकि इसको बेवजह बर्बाद न किया जाये। पांचवें राष्ट्रीय जल पुरस्कार में ओडिशा को पहला पुरस्कार मिला है, जबकि गुजरात और पुडुचेरी को एक साथ तीसरा स्थान मिला है।
पांचवें राष्ट्रीय जल पुरस्कार में 9 श्रेणियों को किया गया शामिल
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने इस पुरस्कार के लिए 9 श्रेणियों में 38 विजेताओं को चुना। ये 9 श्रेणी इस प्रकार थीं – सर्वश्रेष्ठ राज्य, सर्वश्रेष्ठ जिला, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत, शहरी स्थानीय निकाय, सर्वश्रेष्ठस्कूल या कॉलेज, सर्वश्रेष्ठ उद्योग, सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्ता संघ, सर्वश्रेष्ठ संस्थान (स्कूल या कॉलेज के अलाव) और सर्वश्रेष्ठ नागरिक समाज।
पांचवें राष्ट्रीय जल पुरस्कार में ‘सर्वश्रेष्ठ राज्य’ की श्रेणी में यूपी को मिला दूसरा स्थान
यह पुरस्कार यूपी को 2023 में 17,900 से अधिक गांवों में नल जल कनेक्शन देने के लिए और उपलब्धि हासिल करने के लिए ये पुरस्कार दिया गया है। राज्य ने हर घर नल योजना का कार्य सबसे तेज करने का रिकॉर्ड बनाया है। इस उपलब्धि में बताया गया कि 22 अक्टूबर, 2024 तक, राज्य ने 2.27 करोड़ ग्रामीण घरों को नल के पानी से जोड़ा है, जिससे जल जीवन मिशन की हर घर नल योजना के तहत 13.66 करोड़ लोगों को लाभ मिला है।
यूपी की ओर से नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव और आवास आयुक्त डॉ. बलकार सिंह ने पुरस्कार ग्रहण किया।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल 22 अक्टूबर 2024 को सोशल मीडिया X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, ‘‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज नई दिल्ली में पांचवें राष्ट्रीय जल पुरस्कार-2023 के तहत उत्तर प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ राज्य श्रेणी में दूसरा स्थान और बांदा जिले को सर्वश्रेष्ठ जिला (उत्तरी क्षेत्र) का पुरस्कार दिया है।’’
मा. राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी द्वारा आज नई दिल्ली में 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार-2023 के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ राज्य की श्रेणी में उत्तर प्रदेश को द्वितीय स्थान तथा जनपद बाँदा को Best District (North Zone) के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री… pic.twitter.com/Mq45nPzqEl
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 22, 2024
राष्ट्रपति मुर्मू ने हर घर में नल का पानी पहुंचाने और जल संरक्षण के प्रयासों के लिए यूपी की सराहना की। इस कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने भी बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्रों में घरेलू नल कनेक्शन और जल संरक्षण प्रयासों को लेकर किए जा रहे काम की सराहना की।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य ने अपशिष्ट जल प्रबंधन (घरों और उद्योगों से निकलने वाले गंदे पानी को इकट्ठा करके साफ़ करके फिर से इस्तेमाल में लाना) में प्रगति की है। इसके साथ ही गंगा नदी में प्रदूषण कम करने के लिए 4,100 एमएलडी की संयुक्त क्षमता वाले 133 सीवेज उपचार संयंत्रों (एसटीपी) का निर्माण किया है।
बाँदा को मिला ‘सर्वश्रेष्ठ जिला’ के लिए पुरस्कार
यूपी के बाँदा जिले को जल प्रबंधन और संरक्षण में किए गए प्रयासों के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ जिले’ का पुरस्कार मिला। इस पुरस्कार को राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा बांदा की पूर्व डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को दिया गया।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए प्रदेश वासियों एवं जल संरक्षण के कार्य में जुड़े सभी लोगों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में ‘जल शक्ति’ की दिशा में अनेक अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं।
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