जिला महोबा, गांव सितारी की पानी की टंकी आज से कम से कम चालीस साल पहले बनी। लेकिन आज ख़राब पड़ी आदमी पानी के लाने हो रहे परेशान।
भरत सिंह ने बताई के जगह जगह पानी की परेशानी हो रई हैण्डपम्प पानी नइ देत। हम सोच रए टंकी की व्यबस्था करी जाबे पाइप लाइन सही हो जाबे तो जनता को पानी की सुविधा हो जेहे।
हरी महाराज ने बताई के जब हम छोटे छोटे हते तब टंकी से पानी निकरत तो। आज से पैतीस साल पहले जब से फिर न पानी आओ न पानी की सुविधा भई। पूरो गांव परेशान हे पानी के लाने तो। केऊ बार शिकायत भी करी। जाम भी लगाओ तो पुलिस और एस डी एम् साब भी आय ते। बे बोले के इतने जल्दी हम पानी की सुविधा नइ कर सकत हम टेंकर भेज हे।
राजा बाई ने बताई के कुआ को पानी कपड़ा से छान के भरत बामे कीरा और कचरा डरो रत और एक किलो मीटर से लेयात। सरोज ने बताई के जब से हम आय जा गांव में तब से हमने जो टंकी सफल नइ देखी। हमाई तो बहू भी नइ आत पानी की परेशानी के पीछे।
नेहल सिंह सेंगर ने बताई के हम तो कितऊ और रेहे जो पहाड़ी क्षेत्र हे ठंडन में तो पर्याप्त मिल जात गर्मियन में तो परेशानी ही परेशानी हे। टेंकर भी हमाय ते नइ आत हमने प्रधान को वोट नइ दए जिन ने दए उते जात। मानवेन्द्र ने बताई के एक बार नइ हजार बार कोशिश कर चुके कोनऊ कारवाही नइ भई।
सुनील कुमार सहायक अभियंता ने बताई ग्राम पंचयत मांग कर हे और सर्वे कर हे की नल सूख गये हमाय गांव में जब हुए।
रिपोर्टर- श्यामकली
14/04/2017 को प्रकाशित