भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर अंडे दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूर नहीं किया। 30 मई को हुई एक बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अंडे तो नहीं मगर दूध जरूर उपलब्ध कराएंगे। राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री माया सिंह ने बताया कि कुछ अधिकारियों की तरफ से सुझाव आया था कि आदिवासी और दलित महिलाओं में प्रोटीन की कमी पाई गई है। इसलिए हफ्ते में दो या तीन बार उन्हें अंडा देना चाहिए। अंडे में उच्च प्रोटीन होता है। कुपोषण की शिकार महिलाओं एवं बच्चों के लिए यह सेहतमंद साबित होगा। मगर मुख्यमंत्री ने अंडे के प्रस्ताव को मानने से मना कर दिया है।
इससे पहले 2010 में भी मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी के पोषाहार की सूची में अंडे को शामिल करने का सुझाव निरस्त कर चुके हैं। उन्होंने उस समय कहा था कि आंगनबाड़ी के पोषाहार में अंडा शामिल करने की जरूरत नहीं है। और जब तक मैं यहां मुख्यमंत्री हूं तब तक यहां अंडा नहीं परोसा जाएगा।