जनसंख्या संदर्भ ब्यूरो के एक वैश्विक अनुमान के अनुसार, 2050 तक भारत की आबादी मौजूदा वर्ष 2017 से 1.35 बिलियन से बढ़कर 19.7 अरब तक बढ़ जाएगी।
आने वाले 33 वर्षों में, भारत में 323 मिलियन लोगों की बढ़ोत्तरी हो जाएगी जो लगभग अमरीका की वर्तमान जनसंख्या के बराबर है।
2050 में दुनिया की आबादी 9.8 बिलियन तक पहुंच जाएगी, जो अब तक 7।5 अरब से बढ़कर 31% हो गई है, इसमें भारत में जनसंख्या 17% है।
सन् 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत की आबादी 1,210,193,422 है, जिसका अर्थ है कि भारत ने एक अरब के आंकड़े को पार कर लिया है। यह चीन के बाद दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है।
विभिन्न अध्ययनों से यह पता चला है कि सन् 2025 तक भारत चीन को भी पछाड़ देगा और विश्व का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा। इस तथ्य के बावजूद कि यहां जनसंख्या नीतियां, परिवार नियोजन और कल्याण कार्यक्रम सरकार ने शुरु किए हैं और प्रजनन दर में लगातार कमी आई है पर आबादी का वास्तविक स्थिरीकरण केवल 2050 तक ही हो पाएगा। देश में जनसंख्या अतिरेक का यह स्पष्ट संकेत है।
फोटो और लेख साभार: इंडियास्पेंड