जिला वाराणसी, ब्लाक काषी विद्यापीठ, मड़ीया। इहां के दलित बस्ती के हैण्डपम्प खराब भइले दू साल हो गएल हव। इहां लगभग बीस घर हव। जउन सप्लाई के पानी मिलला उ सवेरे…
जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड रीगा, पंचायत गांव कुसमारी। उहां के लगभग पांच किसान कहलथिन कि हम सब गन्ना के खेती करइ छी। लेकिन चीनी मिल गन्ना किसान के समय पर रूपईया…
जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी, बस अड्डा। हिंया एक महीना से सड़क मा गड्ढा हवैं। या गड्ढा पहिले छोट रहै, पै अब वा बढ़त जात हवै। यहिसे कत्तौ भी दुर्घटना होय…
जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड सोनबरसा। इहां के लगभग दस गांव के लोग के रास्ता में पांच गो नदी पड़इछई। ओइ नदी पर आई तक कोई पुल या चचरी तक न बनल हई। इन्दरवा के…
सावन का महीना शुरू होते ही चित्रकूट जिले में ढोलक की धुन सुनने को मिलेगी। हर गांव और कस्बे में ढोलक बेचने वाले देखने को मिलते हैं। ढोलक बनाने वाले…
जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी, गांव भंभई। हिंया के प्रेमिया, सविता अउर सुदामा का गरीबी रेखा का राशन कार्ड नहीं बना हवै। या कारन उंई लगभग दस बरस से परेशान हवै।…
जिला बांदा, ब्लाक तिन्दवारी, गांव अतरहट अउर ब्लाक बड़ोखर खुर्द, गांव गोयरा अउर मुगली। गांव के नाली अउर खड़ण्जा दूनौ टूट के धस गे है। गोयरा अउर मुगली वाले दुई…
एक ज़माना था कि गांवों में महिलाओं में शादी के बाद हाथ में गोदना एक परम्परा थी। पर अब यह गोदना हर व्यक्ति के लिए फैषन बन गया है। बनारस…
जिला शिवहर, प्रखण्ड तरियानी, गांव सलेमपुर। उहां रामनरायण प्रसाद के पोखर हई जे वार्ड चार में परई छई। उ खराब हो गेल हई जे रास्ता से सट गेल हई। उहां…
जिला महोबा, ब्लाक पनवाड़ी, गांव रिवई। ई पूरे गांव में खरउआ पानी होय से एते के चार हजार आदमी केऊ पीढि़न से मीठो पानी पिये खा तरसत हें। काये से…